'यही टीएमसी है', सांसद यूसुफ पठान की इस तस्वीर पर सियासी हंगामा

यूसुफ पठान ने हाल ही में चाय पीते हुए एक तस्वीर इंस्टा पर पोस्ट की है। अब उनकी तस्वीर पर राजनीतिक दलों के साथ साथ सोशल मीडिया पर लानत मलानत हो रही है।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-04-13 05:28 GMT
यूसुफ पठान , बहरामपुर लोकसभा से टीएमसी सांसद हैं। फोटो सौजन्य- इंस्टाग्राम

Yusuf Pathan News:  वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जारी हिंसा के बीच, तृणमूल कांग्रेस सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान अपने इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। पोस्ट में वह आराम से बैठकर चाय का आनंद लेते नजर आ रहे हैं, जबकि जिला तनाव की चपेट में है।हालांकि हिंसा-प्रभावित अधिकतर क्षेत्र यूसुफ पठान के संसदीय क्षेत्र में नहीं आते, लेकिन इस पोस्ट के समय ने लोगों का ध्यान खींचा और सोशल मीडिया पर नाराज़गी भड़का दी।



"आरामदायक दोपहरें, अच्छी चाय और शांत माहौल" — इंस्टाग्राम पर यूसुफ पठानयूसुफ पठान ने दो दिन पहले तीन तस्वीरें इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थीं, जिनमें वह चाय पीते दिखाई दे रहे हैं। कैप्शन में उन्होंने लिखा:"आरामदायक दोपहरें, अच्छी चाय और शांत माहौल। बस पल का आनंद ले रहा हूं।"

इस पोस्ट के तुरंत बाद सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनकी टाइमिंग को लेकर आलोचना शुरू कर दी। एक यूजर ने पूछा:“क्या आपको कोई शर्म नहीं आती?”

बीजेपी और वाम समर्थकों ने किया हमला

भाजपा ने यूसुफ पठान और ममता बनर्जी सरकार दोनों को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार राज्य प्रायोजित हिंसा को बढ़ावा दे रही है।“बंगाल जल रहा है। हाईकोर्ट ने आंखें बंद करने से इनकार कर दिया है और केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी है। ममता बनर्जी राज्य संरक्षित हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं जबकि पुलिस मौन है! और इस बीच यूसुफ पठान – सांसद – चाय की चुस्कियों में खोए हैं जबकि हिंदू मारे जा रहे हैं। यही है टीएमसी,”

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने X पर पोस्ट किया।



 वामपंथी दलों के समर्थकों ने भी यूसुफ पठान को “स्थिति से बेखबर और असंवेदनशील” बताते हुए उनकी आलोचना की।

कोर्ट ने कहा- "मौन दर्शक नहीं बन सकते"

उत्तर बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में भड़की हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने कल केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था।हम उन रिपोर्टों को नजरअंदाज नहीं कर सकते, जिनसे साफ दिखता है कि राज्य के कुछ जिलों में तोड़फोड़ और हिंसा हुई है। संवैधानिक न्यायालय ऐसे समय में मूकदर्शक नहीं बन सकते।

यूसुफ पठान की चुप्पी पर बढ़ रही है नाराजगी

यूसुफ पठान, जो टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और इरफ़ान पठान के भाई हैं, मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। हालांकि जिन क्षेत्रों में हिंसा हुई है  जैसे सूतिर, धुलियन, शमशेरगंज वे उनके निर्वाचन क्षेत्र में नहीं आते।इनमें से शमशेरगंज और धुलियन मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में आते हैं (जहां से कांग्रेस के ईशा खान चौधरी सांसद हैं) सूतिर जंगीपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है (जहां से तृणमूल के खलीलुर रहमान सांसद हैं)

पठान को बंगाल से लड़ाने पर उठे थे सवाल

पिछले आम चुनाव में यूसुफ पठान ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी को हराया था। यह क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। तब भी विरोधी दलों ने सवाल उठाया था कि गुजरात के बड़ौदा में रहने वाले यूसुफ पठान को बंगाल से टिकट क्यों दिया गया?अब इंस्टाग्राम पोस्ट और हिंसा पर उनकी चुप्पी ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है।

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