Karur Stampede Live News: करूर हादसे में मरने वालों की संख्या हुई 39
Vijay Karur Rally Stampede Live News: तमिलनाडु के करूर में टीवीके मुखिया विजय की रैली में भगदड़ मच गई है। इस भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ
Vijay Karur Rally Stampede Live News: तमिलनाडु के करूर में टीवीके मुखिया विजय की रैली में भगदड़ मच गई है। इस भगदड़ में 36 लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ।
AIADMK महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी कहते हैं, "कल 39 लोगों की जान चली गई। हमें बताया गया कि भगदड़ बिजली के करंट की वजह से हुई। ऐसा अभियान पहले चार ज़िलों में चलाया गया था और पुलिस को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए थी। मुझे नहीं लगता कि ऐसा किया गया। यहाँ तक कि हमारी AIADMK की बैठक में भी पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
यह चौंकाने वाला और दुखद है कि इतनी जानें गईं। अगर सरकार और पुलिस ने ठीक से काम किया होता, तो इतनी जानें नहीं जातीं। एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है। कल अभियान के बीच में, विजय ने बताया कि बीच में एक एम्बुलेंस आ गई थी। इससे कई संदेह पैदा होते हैं। मैंने कल की भगदड़ देखी, जो चौंकाने वाली थी और तमिल में इतनी बड़ी भगदड़ पहले कभी नहीं हुई।तमिलनाडु में इससे पहले किसी राजनीतिक अभियान में ऐसा हादसा नहीं हुआ था।
एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे, जहां करूर भगदड़ में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है और पोस्टमॉर्टम के बाद पीड़ितों के शव उनके परिजनों को सौंपे जा रहे हैं।
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुँचे, जहाँ करूर भगदड़ में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है और पोस्टमॉर्टम के बाद पीड़ितों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए जा रहे हैं।टीवीके (तमिलनाडु वेत्री कझगम) प्रमुख और अभिनेता विजय की कल आयोजित राजनीतिक रैली के दौरान हुई भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई है।
करूर हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 39 हो गई है। वहीं 51 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों में 25 पुरुष और 26 महिलाएं हैं।
करूर भगदड़ पर तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने कहा कि भविष्य में इस तरह की त्रासदी नहीं होनी चाहिए।
तमिलनाडु के डीजीपी वेंकटरमण ने स्पष्ट किया कि विजय के देर से आने से भीड़ का पूरा डायनामिक्स बदल गया। लोग सड़कों पर कतारों में खड़े होकर उनके काफिले के पीछे चलने लगे। नियंत्रित रैली अचानक एक अनियंत्रित जुलूस में बदल गई। उन्होंने कहा, जगह-जगह स्वतःस्फूर्त जश्न शुरू हो गया, जिससे भीड़ का आकार बढ़ा और भीड़ नियंत्रण पर दबाव पड़ा। विजय ने अपने भाषण में पुलिस की व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि सुरक्षा इंतज़ाम बेहतर थे।
तमिलनाडु डीजीपी ने बताया कि इस रैली की अनुमति दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक के लिए दी गई थी। लेकिन विजय लगभग शाम 7 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे। इस वजह से लंबे समय से इंतज़ार कर रही भीड़ में बेचैनी और अफरा-तफरी फैल गई।
उन्होंने यह भी कहा कि टीवीके के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्टरों के ज़रिए यह प्रचारित किया गया था कि विजय दोपहर 12 बजे आएंगे। नतीजतन, लोग सुबह 11 बजे से ही इकट्ठा होने लगे और कई घंटों तक भीषण गर्मी में बिना पर्याप्त पानी और खाने-पीने की सुविधा के इंतजार करते रहे। यह थकावट और बेचैनी भी भगदड़ की पृष्ठभूमि बनी।
तमिलनाडु के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) जी. वेंकटरमण (G Venkatraman) ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटनाक्रम को विस्तार से समझाने की कोशिश की।वेंकटरमण ने कहा कि टीवीके (TVK) प्रमुख विजय के देर से आने की वजह से हालात बिगड़े। हालांकि उन्होंने सख्ती से इस बात से इनकार किया कि पुलिस ने कहीं पर लाठीचार्ज किया।
करूर भगदड़ पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि एंबुलेंस के लिए रास्ता नहीं था। भीड़ इतनी अधिक थी कि पांव रखने तक की जगह नहीं थी।