भाषा पर सियासत: ममता बनर्जी का BJP पर बड़ा हमला, 'बंगालियों को बताया जा रहा बांग्लादेशी!'

Politics on language: ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी को शर्म आनी चाहिए कि वे भारतीय नागरिकों को केवल उनकी भाषा के आधार पर बांग्लादेशी बता रहे हैं.;

Update: 2025-06-16 16:11 GMT

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में बंगाली बोलने वालों को 'बांग्लादेशी' बताकर निशाना बनाया जा रहा है — वो भी तब, जब उनके पास सारे वैध दस्तावेज हैं. यह सिर्फ एक भाषण नहीं था, बल्कि ममता का वह राजनीतिक हमला था, जिसने सत्ता पक्ष को भी जवाब देने पर मजबूर कर दिया. ममता ने यह आरोप पश्चिम बंगाल विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान लगाया.

ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी को शर्म आनी चाहिए कि वे भारतीय नागरिकों को केवल उनकी भाषा के आधार पर बांग्लादेशी बता रहे हैं. मैं खुद कई भाषाएं बोल सकती हूं - बंगाली, गुजराती, मराठी और हिंदी. क्या किसी को भाषा के आधार पर आजीविका से वंचित कर देना सही है? उनका कहना था कि जिन लोगों के पास वोटर आईडी, पैन कार्ड और आधार कार्ड जैसे वैध दस्तावेज हैं, उन्हें भी नौकरी और रहन-सहन के अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.

बजट रोकने का आरोप

ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर राज्य का बजट रोकने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘पथश्री’ योजना के तहत 69,000 किलोमीटर सड़कें बनाई हैं. 11,000 करोड़ रुपये की आवास योजना भी शुरू की गई है. बंगाल 5 बार सड़क और ग्रामीण आवास रैंकिंग में टॉप पर रहा है. आर्थिक संकट के बावजूद औसतन 50 दिन का रोजगार लोगों को दिया गया है. अब तक 1.5 करोड़ कार्य दिवस सृजित किए जा चुके हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक, अनुसूचित जाति (26%), अनुसूचित जनजाति (6%), पिछड़ी जाति और मुस्लिम (30%) समुदायों के लिए काम कर रही है. हम सामाजिक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं. कोई हमारे रास्ते को नहीं रोक सकता और न ही हमारे सपनों को पूरा होने से रोक सकता है.

भाजपा विधायकों का वॉकआउट

बीजेपी विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा संकट पर स्थगन प्रस्ताव लाने की कोशिश की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने खारिज कर दिया. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. हंगामे के बीच विधायक मनोज उरांव को निलंबित कर दिया गया. बीजेपी के मुख्य सचेतक शंकर घोष को चेतावनी दी गई. इसके बाद सभी 40 बीजेपी विधायक तुलसी के पौधे लेकर प्रतीकात्मक विरोध में सदन से वॉकआउट कर गए.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के नेता सिर्फ अपशब्द बोलना और बिना आधार के आरोप लगाना जानते हैं. क्या अब वे यह तय करेंगे कि लोग क्या पहनें, क्या खाएं या कौन से जूते पहनें? उन्होंने यह भी कहा कि वे सांसद के तौर पर मिलने वाली 1.5 लाख रुपये की पेंशन स्वीकार नहीं करती हैं.

भाजपा शून्य पर सिमटेगी

अपने भाषण के अंत में ममता बनर्जी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि मेरे शब्दों को नोट कर लीजिए, अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लोग पूरी तरह नकार देंगे. पार्टी शून्य पर सिमट जाएगी. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कटाक्ष किया कि कुछ लोग चप्पलों से इतने प्यार करते हैं तो क्यों न वे चप्पलों की दुकान ही खोल लें.

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