स्टारलिंक VS एयर फाइबर: जानें कैसे अलग हैं दोनों तकनीक, आपके फोन में सीधे मिलेगा इंटरनेट?

internet service: जहां Jio और Airtel की AirFiber सेवा वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट देती है. वहीं, Starlink सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा है.;

Update: 2025-03-28 16:16 GMT

satellite-based internet service: एलोन मस्क की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में एक नई क्रांति लाने के लिए तैयार है. SpaceX की इस सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा ने Jio और Airtel के साथ साझेदारी की है, जिससे भारत में दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त होगा. हालांकि, फिलहाल भारत सरकार से Starlink को मंजूरी नहीं मिली है. लेकिन इसके बावजूद, इस सेवा को लेकर उत्साह बना हुआ है. आइए जानें Starlink, Jio और Airtel की सेवाओं में क्या अंतर है और कैसे यह सेवा उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकती है.

Starlink और AirFiber में अंतर

जहां Jio और Airtel की AirFiber सेवा वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट देती है. वहीं, Starlink सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा है. AirFiber की सेवा में 5G नेटवर्क और Wi-Fi 6 तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें आपको एक एंटीना लगाना पड़ता है. जो नजदीकी टेलीकॉम टावर से कनेक्ट होता है. यह सेवा उन क्षेत्रों में उपयोगी होती है, जहां ब्रॉडबैंड केबल की सुविधा नहीं होती और इसमें आपको 100 से 200 Mbps तक की स्पीड मिलती है. इसके विपरीत Starlink सीधे सैटेलाइट से कनेक्टिविटी प्रदान करता है. इसे SpaceX के द्वारा चलाए गए लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट से जोड़ा जाता है. जो दूरदराज क्षेत्रों में भी इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराता है. फिलहाल, Starlink के 7,000 से अधिक सैटेलाइट सक्रिय हैं, जो विश्वभर के दूरदराज क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा प्रदान करते हैं.

कैसे काम करेगा Starlink?

Starlink सेवा को इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने घर पर एक एंटीना लगाना होगा, जो सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट होगा. इस एंटीना के माध्यम से आप इंटरनेट सेवा प्राप्त करेंगे. यह सेवा टीवी डिश एंटीना की तरह काम करती है और एक बार कनेक्ट होने के बाद आप Wi-Fi के जरिए अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइस को कनेक्ट कर सकते हैं. Starlink खासतौर पर उन क्षेत्रों में उपयोगी होगी, जहां ब्रॉडबैंड और टावर कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं है. इसके द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाली हाई स्पीड और लो लेटेंसी इंटरनेट सेवा, उन इलाकों में भी इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित करेगी, जहां पारंपरिक नेटवर्क नहीं पहुंच पाते.

क्या Starlink को फोन पर सीधे इस्तेमाल किया जा सकता है?

Starlink को स्मार्टफोन पर सीधे इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. इसके लिए आपको AirFiber की तरह एक विशेष रिसीवर की आवश्यकता होगी. कुछ लोग iPhone 16 Pro में मिलने वाले सैटेलाइट कम्युनिकेशन फीचर और Starlink के बीच भ्रमित हो सकते हैं. लेकिन यह दोनों सेवाएं अलग हैं. iPhone का सैटेलाइट कम्युनिकेशन फीचर एक पुराने सैटेलाइट फोन जैसा काम करता है, जिसमें cellular connection या Wi-Fi का उपयोग नहीं होता है. यह फीचर खास नेटवर्क का इस्तेमाल करता है, जो सैटेलाइट से सीधे कनेक्ट होता है. जबकि Starlink पूरी तरह से सैटेलाइट नेटवर्क पर आधारित है, जहां आपको रिसीवर और एंटीना की आवश्यकता होती है.

भारत में Starlink की जरूरत और संभावना

Starlink भारत में उन क्षेत्रों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, जहां पारंपरिक इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं. विशेष रूप से गांवों, आदिवासी क्षेत्रों और दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोग इस सेवा से लाभ उठा सकते हैं. इसके अलावा Jio और Airtel के साथ साझेदारी से Starlink की सेवा देशभर में अधिक तेजी से फैल सकती है, जिससे इंटरनेट सेवा का विस्तार होगा. यह भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. अब देखना यह है कि क्या भारत सरकार Starlink को मंजूरी देती है और इसके बाद उपभोक्ताओं को किन प्रकार की सेवाएं उपलब्ध होंगी. Starlink के आने से इंटरनेट सेवा को लेकर हमारी सोच बदल सकती है और यह उन क्षेत्रों में जीवन को सरल बना सकता है, जहां पारंपरिक नेटवर्क सेवाएं नहीं पहुंच पातीं.

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