ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले में अमेरिका दे सकता है इज़राइल का साथ-रिपोर्ट
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18th june live news: देश और दुनिया की तमाम उन छोटी-बड़ी खबरों से रूबरू कराएंगे, जिसका आपसे सीधा सरोकार है.
इजरायली हमलों में ईरान में कम से कम 585 लोग मारे गए हैं और 1326 अन्य घायल हुए हैं। वाशिंगटन स्थित समूह ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ने कहा कि उसने मृतकों में से 239 की पहचान आम नागरिकों के रूप में और 126 की पहचान सुरक्षा कर्मियों के रूप में की है। ईरान संघर्ष के दौरान नियमित रूप से मौतों की संख्या प्रकाशित नहीं कर रहा है और अतीत में हताहतों की संख्या को कम करता रहा है। सोमवार को जारी किए गए इसके अंतिम अपडेट में मरने वालों की संख्या 224 बताई गई और 1277 अन्य घायल हुए।
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंथा नागेश्वरन ने कहा कि ईरान-इजराइल के बीच चल रहा संघर्ष भारत के लिए बहुत अच्छा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक विकास में गिरावट कई सालों तक जारी रह सकती है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नागेश्वरन ने मौजूदा स्थिति के असर को 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट से तुलना करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस बार यह एक धीमी गति वाली घटना हो सकती है जो कई सालों तक चल सकती है।
सीईए ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी भारत के लिए जरूरी जोखिम पैदा करती है। उन्होंने कहा कि बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि कच्चे तेल की कीमतें और कितनी बढ़ सकती हैं और यह अवधि कितने समय तक चलती है। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 2022 में, जब रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गईं, और फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की विकास दर को बनाए रखने में सक्षम थी।
सीबीएस की रिपोर्ट कहती है कि ट्रंप ईरान पर इजरायल के हमलों में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। संभावित लक्ष्य ईरान की फोर्डो परमाणु सुविधा है। हालांकि परमाणु सुविधा बहुत गहरे भूमिगत स्थित है, लेकिन केवल अमेरिका के पास ही 30,000 पाउंड का बम है जो इसे भेदकर नष्ट कर सकता है। हालांकि, ट्रंप के सलाहकार इस कदम को लेकर बंटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात पर भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री का कहना है कि दोनों के बीच जी-7 से इतर बैठक होनी थी। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा जिसके कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप के आग्रह पर आज दोनों लीडर्स की फोन पर बात हुई। और यह बातचीत लगभग 35 मिनट चली।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी को शोक संवेदना प्रकट की थी और आतंकवाद के खिलाफ़ समर्थन व्यक्त किया था। उसके बाद दोनों लीडर्स की यह पहली बातचीत थी। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बात की।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स का कहना है कि इज़राइल पर ताजा हमले के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। गार्ड्स ने राज्य टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कहा कि फत्ताह-1 मिसाइलों का उपयोग करके गौरवपूर्ण ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस 3 की 11वीं लहर को अंजाम दिया गया, जिसमें दावा किया गया कि ईरानी बलों ने कब्जे वाले क्षेत्रों के आसमान पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है।
इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर केस में इस्तेमाल में लाए गए दूसरे हथियार की भी बरामदगी हो चुकी है। बता दें कि इस मामले में मेघालय पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार पहले ही कर लिया था।