राफेल आज भी सबसे आगे, दसॉ एविएशन ने किया पाक दावे का खंडन

दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपिएर ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा राफेल विमानों को गिराने का दावा गलत और भ्रामक है। उन्होंने कहा कि रणनीतिक वजहों से भारत चुप है।;

Update: 2025-06-15 09:55 GMT
एरिक ट्रैपियर, दसॉ एविएशन के सीइओ। दसॉ कंपनी, राफेल लड़ाकू विमानों का उत्पादन करती है।

Rafale Fighter Jets:  पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (operation Sindoor) में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। उस दौरान पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ ड्रोन अटैक, मिसाइल से हमले किए गए हालांकि भारत ने उन हमलों को नाकाम कर दिया। इन सबके बीच खबरें आई कि पाकिस्तान ने भारत के कुछ फाइटर जेट को मार गिराया है और वे राफेल थे। इस सवाल के जवाब में डीजीएओ ए के भारती की तरफ से इतना कहा गया था कि लड़ाई के दौरान नुकसान होते हैं लेकिन उन्होंने किसी विमान का नाम नहीं लिया था। लेकिन भारत में विपक्ष की तरफ से सवाल पूछा गया कि सरकार बताये कि हमारे कितने विमानों का नुकसान हुआ और क्या वे राफेल लड़ाकू विमान थे। इस सवाल के जवाब में दसा के सीइओ एरिक ट्रैपिएर (Eric Trappier) ने पाकिस्तान के दावों पर तीखा जवाब दिया है।

दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपिएर ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने फ्रांसीसी मैगज़ीन Challenges से बातचीत में साफ कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत के राफेल जेट गिराने का दावा सत्य से परे और पूरी तरह से गलत है।पाकिस्तान ने दावा किया था कि 7 से 10 मई के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव के दौरान उसने तीन राफेल लड़ाकू विमान मार गिराए। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रैपिएर ने कहाकि भारत ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी है, लेकिन जो जानकारी अब तक उपलब्ध है, उससे साफ है कि पाकिस्तान का दावा गलत है।

उन्होंने कहा कि सैन्य अभियानों की सफलता केवल इस आधार पर नहीं मापी जा सकती कि कोई नुकसान नहीं हुआ। ट्रैपिएर ने द्वितीय विश्व युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि यह नहीं कहा गया था कि मित्र देशों ने युद्ध हार दिया क्योंकि उन्होंने सैनिक गंवाए थे। मिशन की सफलता का मतलब है कि आपने अपने लक्ष्य पूरे किए।

 ट्रैपिएर से पूछा गया कि क्या राफेल आज भी दुनिया का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान है, तो उन्होंने कहा कि वो पूरी दृढ़ता से मानते हैं कि राफेल एफ-35 से बेहतर है और सभी चीनी विमानों से कहीं ज्यादा उन्नत है। उन्होंने माना कि एफ-22 जैसे विमानों से सीधा मुकाबला चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन राफेल की बहुउद्देशीय क्षमताएं उसे श्रेष्ठ बनाती हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप ऐसा एक विमान चाहते हैं जो हवा से हवा, हवा से ज़मीन, परमाणु मिशन, टोही अभियान और विमानवाहक पोत पर तैनाती कर सकें तो राफेल सबसे बेहतर है।

पाकिस्तान ने 7 और 10 मई को भारत के 6 विमान गिराने का दावा किया था। यह टकराव पहुगलाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद शुरू हुआ था। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। लेकिन भारत सरकार ने अब तक विमान क्षति की कोई विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन 11 मई को एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम युद्धकालीन परिस्थिति में हैं। नुकसान होना युद्ध का हिस्सा है। लेकिन असली सवाल ये है। क्या हमने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया? इसका उत्तर पूरी तरह से हां में है। 

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के दौरान पाकिस्तान के दावों को पूरी तरह गलत बताया। उन्होंने यह जरूर स्वीकार किया कि संघर्ष की शुरुआत में कुछ भारतीय विमान क्षतिग्रस्त हुए थे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि राफेल उसमें शामिल थे या नहीं।

पाकिस्तान के प्रचार युद्ध के बीच, दसॉ एविएशन प्रमुख का यह बयान न केवल भारत की सैन्य ताकत पर विश्वास जताता है बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि राफेल, तकनीक और बहु-भूमिका संचालन के मामले में आज भी दुनिया के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में गिना जाता है।

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