अभी तो सिर्फ 8 घंटे, डबल टैरिफ के बाद ट्रंप की सेकेंडरी सैंक्शन्स की धमकी

रूस से व्यापार को लेकर ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप ने कहा कि अभी तो शुरुआत है। भारत ने टैरिफ को अनुचित करार दिया।;

Update: 2025-08-07 01:15 GMT

वॉशिंगटन डीसी से एक बड़ी कूटनीतिक प्रतिक्रिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को संकेत दिया कि आने वाले दिनों में और भी सेकेंडरी सैंक्शन्स (द्वितीयक प्रतिबंध) लागू किए जाएंगे। ये टिप्पणी तब आई जब ट्रंप से पूछा गया कि केवल भारत को ही रूस के साथ व्यापार को लेकर दंडित क्यों किया गया, जबकि कई अन्य देश भी ऐसी ही गतिविधियों में लिप्त हैं।

भारत पर डबल टैरिफ और ट्रंप की टिप्पणी

व्हाइट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप से भारत के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, जिसमें नई दिल्ली ने अमेरिका द्वारा आयात पर लगाए गए नए टैरिफ की आलोचना की थी। भारत ने स्पष्ट किया था कि अमेरिका उसे उन कार्यों के लिए दंडित कर रहा है, जो कई अन्य देश भी कर रहे हैं। इस पर ट्रंप ने कहा, “अभी तो सिर्फ आठ घंटे हुए हैं। देखते हैं आगे क्या होता है। बहुत कुछ देखने को मिलेगा... बहुत सारे सेकेंडरी सैंक्शन्स आने वाले हैं।

क्या चीन पर भी बढ़ेगा शुल्क?

रूस के साथ व्यापार करने वाले अन्य देशों में से एक, चीन के संदर्भ में ट्रंप से पूछा गया कि क्या वहां भी आयात शुल्क बढ़ाया जाएगा। इस पर उन्होंने जवाब दिया, “हो सकता है। यह इस पर निर्भर करेगा कि हम कैसा प्रदर्शन करते हैं। हो सकता है।”

निक्की हेली का विरोधी रुख

ट्रंप की अपनी ही पार्टी की नेता और पूर्व संयुक्त राष्ट्र राजदूत निक्की हेली ने मंगलवार को भारत का समर्थन करते हुए चेतावनी दी थी कि चीन को छूट देना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा था, भारत को रूस से तेल नहीं खरीदना चाहिए। लेकिन चीन, जो हमारा प्रतिद्वंदी है और रूस व ईरान से तेल का सबसे बड़ा खरीदार है, उसे 90 दिन की टैरिफ छूट दी गई। चीन को छूट मत दो और भारत जैसे मजबूत सहयोगी से संबंध मत बिगाड़ो।

भारत पर टैरिफ हमला और बढ़ा

बुधवार को ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए भारत से अमेरिका में आने वाले सभी सामानों पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लागू कर दिया। यह शुल्क पिछले सप्ताह घोषित 25% शुल्क के अतिरिक्त है, यानी अब कुल 50% शुल्क लागू होगा।

भारत के खिलाफ पहले घोषित टैरिफ में ट्रंप ने रूस से ऊर्जा और सैन्य उपकरण खरीदने का हवाला देते हुए दंडात्मक कदम उठाने की बात कही थी।यह अतिरिक्त शुल्क 27 अगस्त से प्रभावी होगा, जिससे भारतीय निर्यातकों को बांग्लादेश, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों की तुलना में काफी नुकसान होगा, जहां टैरिफ केवल 19% से 20% के बीच हैं।

भारत की प्रतिक्रिया

भारत ने ट्रंप के इस निर्णय को अनुचित, अन्यायपूर्ण और अविवेकपूर्ण बताया है। साथ ही भारत ने पहले ही अमेरिका और यूरोपीय संघ पर यह आरोप लगाया था कि वे रूस के साथ भारत के व्यापार को लेकर उसे लक्ष्य बना रहे हैं, जबकि अन्य देशों के साथ ऐसे व्यवहार नहीं किए जा रहे।

अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक तनाव अब खुलकर सामने आने लगा है। जहां एक ओर ट्रंप भारत पर आर्थिक दबाव बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी ही पार्टी की वरिष्ठ नेता भारत को अमेरिका का “मजबूत मित्र” बताते हुए संतुलन की मांग कर रही हैं। आने वाले दिनों में यह टकराव और तेज हो सकता है।

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