अब अगली दफा नहीं आने वाले ट्रूडो, मस्क बोले- विदाई तय
अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद एलन मस्क भविष्यवाणी करते नजर आ रहे हैं। उनके मुताबिक कनाडा के पीएम ट्रूडो की विदाई तय हो चुकी है।
Justine Trudeau News: ऐतिहासिक तौर पर भारत और कनाडा के रिश्ते बहुत प्रगाढ़ नहीं रहे हैं। अगर मौजूदा समय की बात करें तो रिश्तों पर बर्फ की मोटी परत जम चुकी है और उसके लिए किसी और को नहीं बल्कि पीएम जस्टिन ट्रूडो को जिम्मेदार बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि घरेलू हालात से परेशान ट्रूडो को खालिस्तानी समर्थकों में संजीवनी नजर आई और भारत से रिश्ते खराब कर हाथ जला बैठे। अब को टेस्ला के सीईओ, डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump Next President of US) के विश्वस्त और करीबी सहयोगी एलन मस्क ने कहा कि अब ट्रूडो का खेल खत्म है और वो आने वाले नहीं हैं।
मस्क (Elon Musk) ने एक्स पर पोस्ट किया वे आगामी चुनाव में चले जाएंगे। यह भविष्यवाणी ऐसे समय में की गई है जब ट्रूडो पियरे पोलीवरे की कंजर्वेटिव पार्टी और जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनावी चुनौतियों का सामना करने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रूडो की वर्तमान अल्पमत सरकार की स्थिति उनके सत्ता खोने की संभावना को बढ़ाती है। इससे पहले, मस्क ने कनाडा सरकार के मुक्त भाषण के दृष्टिकोण की आलोचना की थी, विशेष रूप से ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवाओं को सरकारी निगरानी के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता वाले नए नियमों के संबंध में मस्क का रुख तीखा रहा है।
कनाडा की अर्थव्यवस्था(Canada Economy) जो अपने निर्यात का 75% संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्देशित करती है, ट्रंप की प्रस्तावित नीतियों से महत्वपूर्ण प्रभावों का सामना कर सकती है। ट्रम्प द्वारा सभी आयातों पर सुझाए गए 10% टैरिफ ने कनाडाई आर्थिक विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं, जो अमेरिकी नीति परिवर्तनों के प्रति कनाडा की भेद्यता को उजागर करता है। इसके अतिरिक्त, भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध काफी खराब हो गए हैं। भारत ने कनाडा में उग्रवाद और भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है।
कनाडाई अधिकारियों से इन मुद्दों को संबोधित करने का आग्रह किया है। खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani Supporters in Canada) हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बारे में कनाडाई अधिकारियों द्वारा निराधार दावे किए जाने के बाद संबंध और खराब हो गए। इस राजनयिक तनाव के परिणामस्वरूप भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कनाडा में एक हिंदू मंदिर(Brampton Temple Attack) पर "जानबूझकर किए गए हमले" की निंदा की, और भारतीय राजनयिकों को "डराने के कायराना प्रयासों" के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली को उम्मीद है कि कनाडाई अधिकारी न्याय सुनिश्चित करेंगे और कानून और व्यवस्था बनाए रखेंगे।