हिजबुल्लाह का मिसाइल चीफ कुबैसी इसरायली हमले में ढेर
कुबैसी 1980 के दशक से हिजबुल्लाह से जुड़ा था और राकेट व मिसाइल फोर्स संभल रहा था. उसने 2000 माउंट डोव ऑपरेशन में सक्रीय भूमिका निभाई थी, जिसमें इजराइल के तीन सैनिकों को अगवा कर मार दिया गया था.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-09-25 04:46 GMT
Hezbullah Missile Commander Qubaisi: इजराइल लगातार हिजबुल्लाह को निशाना बनाने में जुट गया है और इस दौरान उसे लगातार सफलता भी मिल रही है. इजराइल ने हिजबुल्लाह के राकेट और मिसाइल फोर्सेज के कमांडर इन्चार्गे इब्राहीम कुबैसी को मार गिराया है. कुबैसी बेरूत में था और इजराइल ने एयर स्ट्राइक कर उसे मौत के घात उतार दिया. इजराइल ने दावा किया है कि इस एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह के कुछ अन्य कमांडर भी ढेर हुए हैं. इजराइल कुबैसी की मौत को बड़ी सफलता मान रहे हैं, क्योंकि हिजबुल्लाह की राकेट और मिसाइल ताकत के पीछे वाही शख्स था.
इजराइल डिफेंस फोर्सेज ( IDF ) का कहना है कि हिजबुल्लाह के रॉकेट और मिसाइल फोर्सेज के कमांडर इनचार्ज इब्राहिम कुबैसी को बेरूत के दहियाह में इजरायली हवाई हमले में मारा गया है. कुबैसी दशकों से हिजबुल्लाह की मिसाइल फोर्स का मुख्य कमांडर था. हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच हुई भीषण झड़पों के बाद उत्तरी इजराइल के हायफ़ा, सफ़ेद और नाज़ेरथ समेत अन्य शहरों पर हिजबुल्लाह ने 300 राकेट दागे थे.
हिजबुल्लाह ने की पुष्टि
आईडीएफ के दावे के बाद हिज़ुल्लाह ने भी कुबैसी के मारे जाने की पुष्टि की है. हिजबुल्लाह ने कुबैसी को "येरुशलम की ओर शहीद" बताया. दरअसल ये शब्द हिजबुल्लाह , इजरायली सेना द्वारा मारे गए लड़ाकों के लिए इस्तेमाल करता है.
कौन था कुबैसी
कुबैसी की बात करें तो वो हिजबुल्लाह मिसाइल फोर्स का चीफ था. वो एक अनुभवी कमांडर था. कुबैसी 1980 के दशक में हिजबुल्लाह में शामिल हुआ था. वो राकेट और मिसाइल का एक्सपर्ट था और वर्षों से हिजबुल्लाह के सटीक-निर्देशित मिसाइल कार्यक्रम समेत विभिन्न मिसाइल और रॉकेट यूनिट्स की कमान संभाल रहा था. हिजबुल्लाह संगठन में वो वरिष्ठ सैन्य लीडर्स की श्रेणी में आता था, जिसके रिश्ते अन्य सैन्य लीडर्स के साथ बहुत ही घनिष्ठ थे.
2000 माउंट डोव ऑपरेशन में निभायी थी अहम भूमिका
हिजबुल्लाह का इजराइल के खिलाफ बहुचर्चित अभियान रहा था, जिसे 2000 माउंट डोव के नाम से जाना जाता है. उस ऑपरेशन में भी कुबैसी की अहम भूमिका रही थी. इस अभियान में तीन इजरायली सैनिकों को अगवा किया गया था. जिनकी हत्या कर दी गयी. 2004 में कैदियों की अदला-बदली के दौरान उनके शव लौटा दिए गए थे.