अमेरिका-रूस नहीं, इस देश का पासपोर्ट है सबसे शक्तिशाली, भारत को लगा झटका
पासपोर्ट के जरिए आप बिना किसी वीजा के कितने देशों में घूम सकते हैं, ये जानकारी भी आपके शक्तिशाली पासपोर्ट से मिलती है.;
Henley Passport Index 2025: घूमना- फिरना किसको पसंद नहीं होता. खासकर विदेश घूमने की चाहत तो हर किसी को होती है. फिर चाहे वह किसी काम के लिए विदेश यात्रा पर जाना हो या फिर मौज-मस्ती के लिए. हालांकि, विदेश जाने के लिए सबसे बड़ी बाधा वीजा के तौर पर आती है. क्योंकि कई देशों का वीजा आसानी से नहीं मिल पाता है. इस वजह से लोग मन मारकर रह जाते हैं. हालांकि, कुछ देशों की सरकार की दुनिया में इतनी अधिक वैल्यू होती है कि दूसरे देशों के लोगों को अपने यहां बिना वीजा के आने की अनुमति देते हैं. यानी कि यह कहा जा सकता है कि किसी देश का पासपोर्ट धारक नागरिक दूसरे देश बिना वीजा के जा सकता है. जिस देश के नागरिक जितने अधिक दूसरे देश बिना वीजा के जाते हैं, उस देश का पासपोर्ट उतना ही शक्तिशाली माना जाता है. इसको लेकर हेनले पासपोर्ट हर साल रैंकिंग जारी करता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, कौन सा देश सबसे शक्तिशाली है और कौन सा सबसे नीचे पायदान पर...
पासपोर्ट एक ऐसा जरूरी डॉक्युमेंट है, जो आपको एक देश से दूसरे देश ले जाने में मदद करता है. पासपोर्ट के जरिए आप बिना किसी वीजा के कितने देशों में घूम सकते हैं, ये जानकारी भी आपके शक्तिशाली पासपोर्ट से मिलती है. इस साल भी एक लिस्ट जारी की गई है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की सूची में भारत (Indian passport) की रैंकिंग पांच पायदान गिरकर 80वें से 85वें स्थान पर आ गई है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स सभी 199 पासपोर्ट को उन गंतव्यों की संख्या के अनुसार रैंक करता है, जहां वे बिना वीजा के पहुंच सकते हैं. यह अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) के अनन्य टिमैटिक डेटा पर आधारित है.
नये अपडेट के अनुसार, एक भारतीय पासपोर्ट (Indian passport) धारक 57 देशों में बिना वीजा के सफर कर सकता है. बता दें कि 85वें नंबर के साथ भारत इक्वेटोरियल गिनी और नाइजर के साथ अपना स्थान शेयर करता है.
टॉप पर कौन काबिज?
सिंगापुर ने दुनिया के सबसे मजबूत पासपोर्ट की सूची में अपना दबदबा बनाए रखा है. साल 2025 में भी सिंगापुर को शीर्ष स्थान हासिल हुआ है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, सिंगापुर का पासपोर्ट रखने वाला व्यक्ति दुनिया भर में 195 देशों की वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकता है. इसके बाद जापान (193 देश), फिनलैंड (192 देश), फ्रांस (192 देश), जर्मनी (192 देश), इटली (192 देश), दक्षिण कोरिया (192 देश), स्पेन (192 देश), ऑस्ट्रिया (191 देश) और डेनमार्क (191 देश) का स्थान है.
वहीं, पिछले एक दशक में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) इस सूचकांक में सबसे ऊपर चढ़ने वालों में से एक रहा है. इस देश ने साल 2015 से अतिरिक्त 72 देशों तक पहुंच हासिल की है, जिससे यह दुनिया भर में 185 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच के साथ 32 स्थानों की छलांग लगाकर 10वें स्थान पर पहुंच गया है.
हेनले एंड पार्टनर्स की एक विज्ञप्ति के अनुसार, साल 2015 से 2025 के बीच वेनेजुएला के बाद अमेरिका दूसरा सबसे बड़ा गिरावट वाला देश है. जो दूसरे स्थान से सात स्थानों की गिरावट के साथ वर्तमान 9वें स्थान पर आ गया है.
निचला पायदान
साल 2025 में पाकिस्तान और यमन हेनले पासपोर्ट इंडेक्स पर 103वें स्थान पर थे. दोनों के पास केवल 33 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच थी. उनके बाद इराक (31 देश), सीरिया और (27 देश) और अफ़गानिस्तान (26 देश) हैं.