प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी आम सहमति को पूरा करने में जुटे हैं : चीन

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने पत्रकारों से कहा कि चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण आम समझ को पूरा करने, संचार और सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है.

Update: 2024-11-18 17:16 GMT

Indo China Relations : ब्राज़ील में G-20 सम्मलेन का आयोजन हो रहा है, इस बीच चीन की तरफ से भारत के साथ सम्बन्ध को लेकर महत्वपूर्ण टिपण्णी सामने आई है. चीन की तरफ से सोमवार को कहा गया कि वो हाल ही में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी महत्वपूर्ण आम समझ को पूरा करने के लिए तैयार है. चीन का ये बयान उस समय आया जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के प्रमुखों की मुलाकात पर सवाल किया गया. लिन जियान ने इस संभावना पर जवाब देते हुए कहा कि "हाल ही में, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी". जियान ने ये भी कहा कि "चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण आम समझ को पूरा करने, संचार और सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है." उन्होंने कहा कि उन्हें नेताओं और अधिकारियों की बैठक की बारीकियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है.


ब्रिक्स सम्मेलन में दोनों नेताओं के बीच हुई थी 50 मिनट की बैठक
रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर शिन जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच लगभग 50 मिनट की बैठक चली थी. इस बैठक के बाद चीन के राष्ट्रपति शी ने कहा कि चीन-भारत संबंध अनिवार्य रूप से इस बात का सवाल है कि 1.4 बिलियन की आबादी वाले दो बड़े विकासशील देश और पड़ोसी एक-दूसरे के साथ कैसा व्यवहार करते हैं. इसके साथ ही इस बात पर जोर दिया गया था कि चीन और भारत एक दूसरे को लेकर एक ठोस रणनीतिक धारणा बनाए रखनी चाहिए और बड़े, पड़ोसी देशों के लिए सद्भाव में रहने और साथ-साथ विकास करने के लिए "सही और उज्ज्वल रास्ता" खोजने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.

जून 2020 में गलवान घाटी के बाद बढ़ा था तनाव
भारत और चीन के बीच रिश्तों में कड़वाहट जून 2020 में उस समय बढ़ गयी जब गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच खुनी संघर्ष हुआ. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया. इसके बाद 21 अक्टूबर को, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में LAC पर सैनिकों की गश्त और वापसी पर एक समझौता किया गया.


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