ट्रंप ने अपने सबसे करीबी सहयोगी सर्जियो गोर को नियुक्त किया भारत में अगला अमेरिकी राजदूत

गोर इस साल की शुरुआत में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के साथ ट्रंप के विवाद के केंद्र में भी रहे थे। मस्क ने उन्हें सांप कहा था।;

Update: 2025-08-23 01:51 GMT
ट्रंप ने अपने करीबी सर्जियो गोर को भारत में अगला अमेरिकी राजदूत और दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत बनाया है

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सात महीने पहले दूसरी बार पदभार संभालने के बाद 38 साल के सर्जियो गोर को भारत में नया अमेरिकी राजदूत नामित किया है। गोर की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के रिश्ते काफी बिगड़ गए हैं।

गोर इस समय व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंशियल पर्सनल ऑफिस के निदेशक हैं और पुष्टि होने तक वहीं बने रहेंगे। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं सर्जियो गोर को भारत गणराज्य में हमारा अगला अमेरिकी राजदूत और दक्षिण तथा मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत बना रहा हूं। प्रेसिडेंशियल पर्सनल डायरेक्टर के रूप में सर्जियो और उनकी टीम ने हमारे संघीय प्रशासन के हर विभाग में रिकॉर्ड समय में लगभग 4,000 अमेरिका फर्स्ट समर्थकों की नियुक्ति की है। हमारे विभाग और एजेंसियां 95% से ज्यादा भरी हुई हैं। सर्जियो अपनी पुष्टि होने तक व्हाइट हाउस में मौजूदा भूमिका निभाते रहेंगे।”

ट्रंप ने गोर को लंबे समय से करीबी मित्र बताते हुए कहा, “वह मेरी ऐतिहासिक चुनावी अभियानों में साथ रहे, मेरी बेस्टसेलिंग किताबें प्रकाशित कीं और हमारे आंदोलन का समर्थन करने वाले सबसे बड़े सुपर PAC का संचालन किया।”

ट्रंप ने आगे कहा कि गोर की भूमिका अमेरिकी जनता से मिले अभूतपूर्व जनादेश को पूरा करने में अहम रही है। उन्होंने जोड़ा,“दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र (दक्षिण एशिया) के लिए यह महत्वपूर्ण है कि मेरे पास कोई ऐसा हो जिस पर मैं पूरी तरह भरोसा कर सकूँ और जो मेरे एजेंडे को आगे बढ़ा सके और हमारी मदद करे अमेरिका को फिर से महान बनाने में!”

गोर ने प्रतिक्रिया दी,“@realDonaldTrump का अत्यधिक भरोसा और विश्वास पाकर मैं बेहद आभारी हूँ। भारत में अमेरिकी राजदूत और दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत के रूप में नामित होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। अमेरिकी जनता की सेवा करना और इस प्रशासन के महान कार्यों का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व की बात है।”

गोर इस साल की शुरुआत में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के साथ ट्रंप के विवाद के केंद्र में भी रहे थे। मस्क ने उन्हें सांप कहा था। यह भी खबर आई थी कि उन्होंने हज़ारों नियुक्तियों की जाँच के बावजूद खुद की सुरक्षा मंजूरी (security clearance) से जुड़ी प्रक्रिया में देरी की थी।

अब देखना यह है कि अमेरिकी कांग्रेस कितनी जल्दी उनकी नियुक्ति को मंजूरी देती है। दिल्ली चाहती है कि जल्द से जल्द राजदूत आ जाए, क्योंकि जनवरी में एरिक गार्सेटी के पद छोड़ने के बाद से यह पद खाली है। नए राजदूत के सामने चुनौतीपूर्ण काम होगा क्योंकि भारत को अमेरिकी प्रशासन ने टैरिफ और रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर निशाना बनाया है।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “मैं राष्ट्रपति के फैसले से उत्साहित हूँ कि @SergioGor को भारत का अगला राजदूत नामित किया गया है। वह अमेरिका का बेहतरीन प्रतिनिधित्व करेंगे और हमारे सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक को और मजबूत बनाएंगे।”

हालाँकि, दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत का पद अमेरिकी राजदूत की भूमिका के साथ जोड़ना एक नया प्रयोग है। भारत इस बात को लेकर उत्सुक है कि उनका वास्तविक जनादेश (mandate) क्या होगा।

गोर की पृष्ठभूमि

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोर का जन्म 1986 में तत्कालीन सोवियत संघ के उज़्बेकिस्तान में हुआ था। माल्टा के एक अख़बार ने लिखा कि गोर का परिवार कुछ साल माल्टा में रहा और 1999 में अमेरिका चला गया। उन्होंने लॉस एंजिल्स में हाईस्कूल और फिर वॉशिंगटन डी.सी. स्थित जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की।

उनका पूरा नाम गोरखोव्स्की (Gorokhovsky) था जिसे बाद में छोटा कर गोर कर लिया। 2008 में उन्होंने रिपब्लिकन नेता जॉन मैक्केन के राष्ट्रपति चुनाव अभियान में हिस्सा लिया। 2013 में उन्होंने सीनेटर रैंड पॉल के *RANDPAC* में काम शुरू किया और बाद में प्रवक्ता, संचार निदेशक और डिप्टी चीफ़ ऑफ स्टाफ बने।

2020 में उन्होंने ट्रंप विजय वित्त समिति (Trump Victory Finance Committee) में चीफ़ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया। 2021 में ट्रंप जूनियर के साथ मिलकर Winning Team Publishing नामक कंजरवेटिव प्रकाशन संस्था शुरू की, जिसने ट्रंप पर कई किताबें प्रकाशित कीं।

2024 में ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस प्रेसिडेंशियल पर्सनल ऑफिस का निदेशक नियुक्त किया। गोर वर्तमान भूमिका में ट्रंप की नीतियों को लागू करने और संघीय प्रशासन को उनके वफादार लोगों से भरने की प्रक्रिया में बेहद प्रभावशाली रहे हैं। उनकी भारत नियुक्ति का अर्थ होगा कि ट्रंप का एक विश्वसनीय सहयोगी दिल्ली में मौजूद होगा और भारत को सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति तक पहुँच हासिल होगी।

Tags:    

Similar News