निमिषा प्रिया पर मिली राहत की खबर, फांसी की सजा रोकेगा ईरान? यमन से बातचीत की दी पेशकश

Nimisha Priya: निमिशा प्रिया को यमन के एक व्यक्ति की हत्या के जुर्म में मौत की सज़ा सुनाई गई है. वह युद्धग्रस्त देश की राजधानी सना सेंट्रल जेल में है.;

Update: 2025-01-02 17:19 GMT

Indian nurse Nimisha Priya: यमन में फांसी की सजा पाई केरल की रहने वाली भारतीय नर्स निमिषा प्रिया (Nimisha Priya) को बचाने के लिए केंद्र सरकार और विभिन्न संगठन हर तरह की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, समय बीतने के साथ इन उम्मीदों पर पानी फिरते हुए दिखाई दे रहा है. हालांकि, इसी बीच भारतीय महिला को बचाने के लिए राहत भरी खबर मिली है. यह खबर ईरान सरकार (Iran government) की तरफ से मिली है. ईरान सरकार से जुड़े हुए सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ईरान (Iran) इस मामले को यमन सरकार के सामने उठाएगा. ईरान सरकार ने इस मामले पर हरसंभव मदद करने को तैयार है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान (Iran) ने मानवीय आधार का हवाला देते हुए भारतीय नर्स निमिषा प्रिया (Nimisha Priya) की जान बचाने के लिए हस्तक्षेप की पेशकश की है. इसको लेकर एक अज्ञात वरिष्ठ ईरानी अधिकारी के हवाले से यह प्रस्ताव दिया गया है. हालांकि, इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है. बता दें कि तेहरान के यमन में हूती विद्रोहियों के साथ घनिष्ठ संबंध होने के बारे में जाना जाता है. बता दें कि 34 वर्षीय निमिषा प्रिया (Nimisha Priya) को यमन के एक शख्स तलाल अब्दो महदी की हत्या के जुर्म में मौत की सज़ा सुनाई गई है. वह युद्धग्रस्त देश की राजधानी सना सेंट्रल जेल में बंद है.

प्रिया को बचाने की अपील

13 नवंबर को यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद उसकी फांसी का रास्ता साफ हो गया. इसके परिणामस्वरूप, उसके परिवार के साथ-साथ केरल में उसके समर्थकों ने भी उसे बचाने के लिए अपील तेज कर दी है. 'सेव निमिषा प्रिया' फोरम के बाबू जॉन ने कहा कि भारत सरकार को फांसी रोकने के लिए यमन सरकार से तुरंत संपर्क करना चाहिए. प्रिया एक ट्रेंड नर्स हैं और उन्होंने कुछ वर्षों तक यमन के निजी अस्पतालों में काम किया है.

यमन में नर्सिंग करियर

साल 2014 में प्रिया (Nimisha Priya) के पति और नाबालिग बेटी आर्थिक कारणों से भारत लौट आए. यमन में गृहयुद्ध छिड़ जाने के कारण वे वापस नहीं जा सके. क्योंकि देश ने नए वीज़ा जारी करना बंद कर दिया था. साल 2015 में निमिषा ने सना में एक क्लीनिक खोलने के लिए महदी से हाथ मिलाया. उसने महदी से इसलिए मदद मांगी. क्योंकि यमन के कानून के मुताबिक, सिर्फ़ उसके नागरिकों को ही क्लीनिक और कारोबारी फर्म खोलने की अनुमति है. साल 2015 में महदी प्रिया के साथ केरल गया था. जहां उसने कथित तौर पर उसकी शादी की एक फोटो चुरा ली थी. जिसके साथ उसने छेड़छाड़ करके दावा किया था कि वह उसकी पत्नी है. महदी ने कथित तौर पर उसके पासपोर्ट सहित अन्य दस्तावेज भी जब्त कर लिये. प्रिया (Nimisha Priya) ने एक दोस्त की मदद से महदी को बेहोश करने और उसके दस्तावेज लाने का फैसला किया. हालांकि, बेहोशी की दवा के ओवरडोज के कारण महदी की मौत हो गई.

हूती और ईरान

सना पर हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है, जो यमन की सरकार के साथ लंबे समय से गृहयुद्ध में उलझे हुए हैं. यमन की सरकार का मुख्यालय दक्षिणी शहर अदन में है. भारत हूतियों को मान्यता नहीं देता है. ऐसे में ईरान (Iran) के हस्तक्षेप से भारतीय महिला को बचाने में मदद मिल सकती है.

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