ऑपरेशन 'राइजिंग लायन': नतांज परमाणु केंद्र ही क्यों बना इजरायली हमले का निशाना?

Natanz nuclear plant attack: ईरान और इजरायल के बीच यह ताजा टकराव न सिर्फ पश्चिम एशिया, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है. नतांज़ पर हमला इस बात का संकेत है कि परमाणु खतरे को लेकर इजरायल किसी भी हद तक जाने को तैयार है.;

Update: 2025-06-13 09:38 GMT

Israel Iran attack: इजरायल ने बिना किसी चेतावनी के ईरान के नतांज परमाणु प्लांट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया, जिसके बाद एक शांत सुबह विस्फोटों की गूंज से थर्रा उठी. इस हमले ने न सिर्फ तेहरान को झकझोर दिया, बल्कि पूरी दुनिया को बता दिया कि परमाणु खतरे को अब इजरायल चुपचाप सहने को तैयार नहीं है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 'हमने ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम के दिल पर वार किया है. यह सिर्फ सेल्फ डिफेंस नहीं, भविष्य की सुरक्षा की लड़ाई है. यह कार्रवाई ईरान के परमाणु बम और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को रोकने के लिए की गई है.'

नेतन्याहू ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि हमने ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम के केंद्र पर प्रहार किया. हमने ईरान के परमाणु हथियार निर्माण कार्यक्रम के केंद्र को निशाना बनाया. हमने नतांज में ईरान की प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया. साथ ही ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्र पर भी हमला किया.

बता दें कि इस कार्रवाई को “ऑपरेशन राइजिंग लायन” का नाम दिया गया है. हमले के तुरंत बाद तेहरान और इस्फहान प्रांत में जोरदार धमाके और काले धुएं के गुबार देखे गए. ईरानी सरकारी टीवी चैनल ने नतांज यूरेनियम संवर्धन केंद्र पर विस्फोट की पुष्टि की है.

नेतन्याहू की चेतावनी

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइलों में परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता है, जो करोड़ों लोगों की जान को खतरे में डाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल ईरान ने इजरायल पर 300 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. हर मिसाइल में एक टन विस्फोटक था. आने वाले वर्षों में ईरान ऐसी 10,000 मिसाइलें बना सकता है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम होंगी. यह खतरा अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए.

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ईरान का इजरायल को घेरकर नष्ट करने का नया प्लान अक्टूबर 7 के हमले से शुरू हुआ था, जिसमें उसके क्षेत्रीय आतंकी समूहों ने हमला किया. उन्होंने कहा कि हमने हमास को कुचल दिया, हिज़्बुल्ला को तबाह कर दिया, सीरिया और यमन में ईरान के प्रॉक्सी ठिकानों पर हमला किया. जब ईरान ने पिछले साल दो बार सीधे हमले किए तो हमने ईरान की धरती पर जवाब दिया.

हमले रहेंगे जारी

नेतन्याहू ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सैन्य अभियान अब रुकेगा नहीं. उन्होंने कहा कि इजरायल की सुरक्षा और अस्तित्व के लिए यह लड़ाई है. हम तब तक कार्रवाई करते रहेंगे, जब तक यह खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता.

इजरायली सेना का बयान

इजरायली रक्षा बल (IDF) ने कहा कि वह देश के नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. ईरानी शासन दशकों से परमाणु हथियार प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है. दुनिया ने कूटनीतिक प्रयास किए. लेकिन ईरान ने रुकने से इनकार कर दिया. इसलिए हमें कार्रवाई करनी पड़ी.

नतांज: ईरान की परमाणु रणनीति का केंद्र

नतांज़ ईरान की सबसे अहम यूरेनियम संवर्धन सुविधा है, जो तेहरान से लगभग 250 किमी दक्षिण में स्थित है. यहां हजारों सेंट्रीफ्यूज लगे हैं, जो यूरेनियम को इस स्तर तक संवर्धित करते हैं कि उसे परमाणु हथियारों में इस्तेमाल किया जा सके. यह ठिकाना कई सालों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में रहा है.

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