इजरायल- हिजबुल्लाह में सीजफायर, अब आगे क्या? जानें गाजा में क्या हैं इसके मायने

इजरायल और हिजबुल्लाह में शांति समझौते के बाद अब यह सवाल उठ रहे हैं कि इस सीजफायर के बाद अब उस क्षेत्र में क्या होगा?

Update: 2024-11-27 07:17 GMT

Israel Hezbollah ceasefire: आखिरकार लंबे समय से मिडिल ईस्ट में चला आ रहा संघर्ष खत्म होने जा रहा है. अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद इजरायल और हिजबुल्लाह में शांति समझौता हो गया है. ऐसे में अब अगले 60 दिनों में दक्षिणी लेबनान से इजराइली सैनिकों की शांतिपूर्ण वापसी होगी. ऐसे में अब यह सवाल उठ रहे हैं कि इस सीजफायर के बाद अब उस क्षेत्र में क्या होगा. वहीं, गाजा के लिए इस युद्ध विराम के क्या मायने हैं.

शांति समझौता बातचीत में शामिल एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, इजराइली सेना अपनी स्थिति बनाए रखेगी. लेकिन 60 दिनों के दौरान लेबनानी सेना और सुरक्षा बल दक्षिण में तैनात होंगे. यह समय सीमा लेबनानी बलों को इजराइली स्थिति तक पहुंचने की अनुमति देती है, जिसके बाद इजराइल बिना किसी शक्ति शून्यता के चरणबद्ध वापसी शुरू कर सकता है, जिसका फायदा हिजबुल्लाह या अन्य समूह उठा सकते हैं. वापसी 60 दिनों के भीतर पूरी होने की उम्मीद है.

हिजबुल्लाह हाल के महीनों में काफी कमजोर हो गया है. उसने भी इजरायल के साथ दक्षिणी सीमा से हटने और लिटानी नदी के उत्तर में आगे बढ़ने पर सहमति व्यक्त की है. यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 के अनुरूप है, जिसे 2006 में अपनाया गया था.

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि समझौते की शर्तों के तहत दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकवादी ढांचे को फिर से बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बाइडेन ने कहा कि फ्रांस और अन्य सहयोगियों के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका इस सौदे को पूरी तरह और प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जरूरी सपोर्ट देगा. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसमें जमीन पर अमेरिकी सैनिकों को भेजना शामिल नहीं है. इसके बजाय बाइडेन ने पुष्टि की कि अगर हिजबुल्लाह या कोई अन्य पक्ष समझौते का उल्लंघन करता है और इजरायल को सीधे धमकी देता है तो इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा का अपना अधिकार बरकरार रख सकता है.

कौन करेगा सीजफायर लागू

संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस, इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच साल 2006 के युद्ध के बाद बनाए गए त्रिपक्षीय तंत्र में भाग लेंगे, जिसमें लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल), इजराइल और लेबनान शामिल हैं. इस तंत्र की अध्यक्षता अब संयुक्त राज्य अमेरिका करेगा, पार्टियों के बीच संचार का समन्वय करेगा और किसी भी उल्लंघन को बढ़ने से रोकने के लिए संबोधित करेगा. कई अन्य देशों की सेनाओं को शामिल करने वाली एक सैन्य समिति उपकरण, प्रशिक्षण और वित्तीय संसाधनों के मामले में लेबनानी सेना को अतिरिक्त सहायता भी प्रदान करेगी.

गाजा के लिए युद्ध विराम के मायने

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि लेबनान में युद्ध विराम गाजा में युद्ध विराम समझौते को प्राप्त करने और बंधकों को घर वापस लाने की दिशा में एक कदम बन सकता है. इसका एक बड़ा कारण यह होगा कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास, जिसने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था, जिसके कारण गाजा पर आक्रमण हुआ - को एहसास होगा कि "हिजबुल्लाह ने उन्हें छोड़ने और दोनों संघर्षों को अलग करने का फैसला किया है. अब उनके समर्थन के लिए कोई नहीं आ रहा है. मुझे लगता है कि यह जमीनी हकीकत में एक शक्तिशाली बदलाव है. अगर हमास में किसी को लगता था कि उनके कारण को व्यापक समर्थन मिल रहा है तो मुझे लगता है कि आज उन्हें पता चल गया है कि ऐसा नहीं है.

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