पाकिस्तान के रक्षामंत्री का कबूलनामा, 'हम 3 दशक से कर रहे ये गंदा काम'

पाकिस्तान आतंकियों को पालने-पोसने का काम करता रहा है, ये बात हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कबूल की है।;

Update: 2025-04-25 10:00 GMT
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हम ये काम अमेरिका समेत पश्चिमी देशों के लिए करते रहे हैं

आतंकवाद के समर्थन के आरोप झेल रहे पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ आतंकियों को पालने की बात को स्वीकार किया है।

आतंक की फैक्ट्री चलाई

खास बात है कि जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पड़ोसी मुल्क भारत के रडार पर है। मीडिया रिपोर्ट्स के दौरान एक इंटरव्यू के दौरान आसिफ से सवाल किया गया, 'क्या आप यह मानते हैं कि इन आतंकवादी संगठनों को फंड करने और ट्रेनिंग देने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है।'

इस पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा, 'हम यह गंदा काम अमेरिका और ब्रिटेन समेत पश्चिम के लिए 3 दशकों से कर रहे हैं। वो गलती थी और हम इसके कारण भुगत रहे हैं।'

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंटरव्यू के दौरान ही उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के होने से भी इनकार कर दिया था। साथ ही TRF यानी द रेजिस्टेंस फ्रंट के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही थी। उन्होंने कहा, 'लश्कर पुराना नाम है। यह अब नहीं है।'

सिंधु जल संधि पर भारत के फैसले से पाकिस्तान बेचैन

पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के साथ शिमला समझौते और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित कर दिया, सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी और भारतीय एयरलाइन के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया।

इसके साथ ही उसने कहा कि सिंधु जल संधि के तहत उसके लिए निर्धारित पानी के प्रवाह को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध छेड़ने के समान माना जाएगा।

भारत के एक्शन के बाद पाकिस्तान ने वाघा सीमा चौकी को भी बंद कर दिया, सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारतीय नागरिकों को जारी सभी वीजा भी निलंबित कर दिए हैं तथा भारतीय उच्चायोग में सैन्य सलाहकारों को वापस जाने को कहा। हालांकि भारत ने पहले ये फैसला कर लिया था।

पहलगाम हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने मासूम सैलानियों को गोलियों से भून दिया था। इस दौरान 26 लोगों की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली थी। खास बात है कि टीआरएफ लश्कर से जुड़ा है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए थे। इनमें सिंधु जल समझौता स्थगित करना भी शामिल है।

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