ऑपरेशन सिन्दूर में राफेल को लेकर जो उठे थे सवाल, जानिये क्या है उसका जवाब
एरिक ट्रैपियर ने कहा कि हालांकि उन्हें राफेल के किसी नुकसान के बारे में भारत से कोई संदेश नहीं मिला है, लेकिन उन्हें पक्का पता है कि पाकिस्तान का दावा "गलत" था।;
Operation Sindoor : ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान पकिस्तान ने भारत के राफेल जेट को मार गिराने का दावा किया, जिसके बाद भारत में भी कई राजनितिक दलों और लोगों ने ये सवाल दोहराया. सिर्फ इतना ही नहीं विदेशी मीडिया में भी ये एक प्रमुख सवाल बना रहा. चंद दिनों पहले सिंगापुर में भारत के सीडीएस से इंटरव्यू के दौरान भी ये सवाल किया गया. लेकिन अब पाकिस्तान के इस दावे को नकार दिया गया है. अहम बात ये है कि पाकिस्तानी दावे को नकारने वाला कोई और नहीं बल्कि राफेल बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने किया है. ट्रैपियर ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का यह दावा "पूरी तरह गलत" है.
भारत से नहीं मिली कोई जानकारी
एक फ्रांसीसी पत्रिका 'चैलेंजेस' को दिए साक्षात्कार में, ट्रैपियर ने कहा कि उन्हें भारत से राफेल के किसी भी नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान का तीन राफेल मार गिराने का दावा पूरी तरह से निराधार है.
'ऑपरेशन सिंदूर' 2020 में राफेल जेट के भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद पहला बड़ा सैन्य अभियान था. ट्रैपियर ने सिर्फ नुकसान के आधार पर आधुनिक सैन्य अभियानों का आकलन करने के खिलाफ भी चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यह देखना ज़्यादा महत्वपूर्ण है कि मिशन के उद्देश्य हासिल हुए या नहीं. ट्रैपियर ने द्वितीय विश्व युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि मित्र देशों ने सैनिकों के नुकसान के बावजूद युद्ध नहीं हारा था. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि एक बार पूरी तस्वीर सामने आने पर कुछ "आश्चर्य" सामने आ सकते हैं.
राफेल एक जबदस्त लड़ाकू विमान है
भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने भी पाकिस्तान के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने इन दावों के पक्ष में ठोस सबूतों की कमी और इस्लामाबाद के पहले के बढ़ाचढ़ा कर दिया गए बयानों का हवाला दिया है.
ट्रैपियर ने राफेल की विशेषताओं को दोहराते हुए इसे अमेरिकी F-35 या चीनी जेट विमानों की तुलना में 4.5-जनरेशन का ओमनीरोल फाइटर बताया. उन्होंने कहा कि इसकी सबसे बड़ी ताकत इसका लचीलापन है. राफेल हवा से हवा में युद्ध, जमीनी हमले, वाहक संचालन, टोही मिशन और परमाणु हथियार वितरण में सक्षम है. यह इसकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है, जो इसे किसी भी आधुनिक सैन्य अभियान के लिए एक मूल्यवान संपत्ति बनाता है.