विनम्र हूँ, पाकिस्तान जाऊंगा लेकिन उसके साथ वार्ता नहीं करूँगा : एस जयशंकर
यह 2015 के बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा होगी। भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने से तब तक इनकार कर दिया है जब तक इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-10-05 18:41 GMT
S Jaishankar Tour To Pakistan : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार (5 अक्टूबर) को ये साफ़ किया की वो पाकिस्तान जायेंगे. एस जयशंकर ने कहा कि वो शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के लिए इस्लामाबाद जा रहे हैं, लेकिन इसके साथ ये भी कहा कि वो पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं करेंगे.
जयशंकर ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, "ये (यात्रा) एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के लिए होगी. मैं वहां भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा करने नहीं जा रहा हूं. मैं वहां एससीओ का एक अच्छा सदस्य बनने जा रहा हूँ."
विनम्र हूँ और उसी के अनुसार व्यवहार करूँगा
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "चूंकि मैं एक विनम्र और सभ्य व्यक्ति हूं, इसलिए मैं उसी के अनुसार व्यवहार करूंगा."
सार्क विफलता के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया गया
बता दें कि साल 2015 के बाद से किसी भारतीय विदेश मंत्री की ये पहली पाकिस्तान यात्रा होगी. भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने से तब तक इनकार कर दिया है, जब तक कि इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता. जयशंकर ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के पटरी से उतरने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जिसकी कई वर्षों से कोई बैठक नहीं हुई है.
उन्होंने कहा, "फिलहाल सार्क आगे नहीं बढ़ रहा है, हमने सार्क की कोई बैठक नहीं की है, इसका एक बहुत ही सामान्य कारण है - सार्क का एक सदस्य ऐसा है जो कम से कम एक और सार्क सदस्य के विरुद्ध सीमापार आतंकवाद का अभ्यास कर रहा है, शायद इससे भी अधिक."
आतंकवाद अस्वीकार्य है: जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि ‘‘आतंकवाद ऐसी चीज है जो अस्वीकार्य है और वैश्विक दृष्टिकोण के बावजूद यदि हमारा कोई पड़ोसी ऐसा करना जारी रखता है तो सार्क में सामान्य रूप से काम नहीं चल सकता. "यही कारण है कि हाल के वर्षों में सार्क की बैठक नहीं हुई है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्षेत्रीय गतिविधियाँ बंद हो गई हैं. वास्तव में, पिछले 5-6 वर्षों में, हमने भारतीय उपमहाद्वीप में कहीं अधिक क्षेत्रीय एकीकरण देखा है."
ज्ञात रहे कि पाकिस्तान 15-16 अक्टूबर को एससीओ शासनाध्यक्ष परिषद की बैठक की मेजबानी कर रहा है.