शशि थरूर ने कोलंबिया को दी नसीहत, आतंक को मत दो सम्मान

शशि थरूर ने कोलंबिया की पाकिस्तान में मृतकों पर संवेदना जताने को गलत बताया और कहा कि भारत सिर्फ आत्मरक्षा कर रहा है, आतंकियों से तुलना उचित नहीं।;

Update: 2025-05-30 04:32 GMT
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया को संदेश देने के लिए सात प्रतिनिधिमंडल बनाए गए हैं। उनमें से कांग्रेस सांसद एक प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में हुई मौतों पर कोलंबिया सरकार द्वारा व्यक्त की गई संवेदनाओं पर नाराज़गी जताते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि "जो लोग आतंकवादी भेजते हैं और जो अपनी आत्मरक्षा करते हैं, उनके बीच कोई समानता नहीं हो सकती। थरूर इस समय भारत सरकार की वैश्विक कूटनीतिक पहल के तहत कोलंबिया के दौरे पर हैं, जहां वे सांसदों के एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमें कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़ी निराशा हुई, जिसने भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में हुई मौतों पर संवेदना जताई, लेकिन आतंकवाद के शिकार लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट नहीं की।"


थरूर ने दोहराया कि भारत के पास 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की संलिप्तता के पुख्ता सबूत हैं, जिसमें 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा, "हम सिर्फ आत्मरक्षा का अधिकार प्रयोग कर रहे हैं। हम कोलंबिया से इस मामले पर विस्तार से बात करने को तैयार हैं। जैसे कोलंबिया ने कई आतंकी हमले सहे हैं, वैसे ही भारत ने भी पिछले चार दशकों से आतंकवाद का सामना किया है।


थरूर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की 81% सैन्य आपूर्ति चीन द्वारा की जाती है, और साथ ही चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, "‘डिफेंस’ एक शिष्ट शब्द है, असल में यह सैन्य हथियार हैं जिनमें से ज़्यादातर रक्षा के लिए नहीं बल्कि हमले के लिए इस्तेमाल होते हैं। हमारी समस्या हमारे खिलाफ फैलाए गए आतंकवाद से है।"


थरूर के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को कोलंबिया पहुंचा, इससे पहले यह पनामा और गुयाना का दौरा कर चुका है। बोगोटा में उनके प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडल कोलंबियाई कांग्रेस के सदस्यों, मंत्रियों और थिंक टैंक्स व मीडिया के प्रमुख प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा।इस बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जी एम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी),शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा),भुवनेश्वर कलिता (भाजपा),मिलिंद देवड़ा (शिवसेना).तेजस्वी सूर्या (भाजपा) भारत के पूर्व अमेरिकी राजदूत तरणजीत सिंह संधू शामिल हैं।

यह दल भारत द्वारा भेजे गए सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें पहलगाम आतंकी हमले के बाद 33 वैश्विक राजधानियों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक भारत का संदेश पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है।22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया। भारत ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले करने की कोशिश की, जिनका भारतीय पक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया में जवाब दिया।

10 मई को दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (DGMO) के बीच हुई बातचीत के बाद ज़मीनी स्तर पर सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का समझौता हुआ था।

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