अफगानिस्तान ने J&K को भारत का हिस्सा बताया, तिलमिलाया पाकिस्तान

Taliban supports India over Jammu and Kashmir: भारत को कश्मीर पर तालिबान से कूटनीतिक समर्थन मिला है, जबकि पाकिस्तान इससे आक्रोशित होकर अफगानिस्तान के साथ अपने पहले से तनावपूर्ण रिश्तों को और गहराता दिख रहा है.

Update: 2025-10-13 03:09 GMT
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India-Afghanistan joint statement: जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत को तालिबान का समर्थन मिलने पर पाकिस्तान आगबबूला हो गया है. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से चल रही सीमा झड़पों के बीच इस घटनाक्रम ने दोनों देशों के रिश्तों में नया तनाव जोड़ दिया है. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी की मुलाकात के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों देशों ने एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन किया. इसमें जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया गया, जिस पर तालिबान ने भी सहमति जताई. तालिबान के इस रुख से पाकिस्तान तिलमिला गया और कड़ा विरोध दर्ज करते हुए अफगानिस्तान को आधिकारिक विरोध पत्र (प्रोटेस्ट नोट) सौंपा.

पाकिस्तान का विरोध, अफगान राजदूत तलब

इस्लामाबाद ने काबुल के राजदूत को तलब कर यह बयान "बेहद असंवेदनशील" और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया. राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने तालिबान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अफगानिस्तान ने "कश्मीरियों और मुस्लिम उम्मा" से गद्दारी की है और इतिहास को तोड़ा है.

जयशंकर ने बैठक में कहा कि भारत अफगानिस्तान का संलग्न (contiguous) पड़ोसी है और वहां की जनता का शुभचिंतक है. हम अफगानिस्तान के विकास में रुचि रखते हैं. भारत का मानना है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की 106 किलोमीटर लंबी सीमा अफगानिस्तान से लगती है, जिससे यह साझा पड़ोसी का दर्जा बनता है.

पाक-अफगान सीमा पर हिंसक झड़पें

सीमा संघर्ष के बीच जब अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर थे, उसी दौरान पाकिस्तान और अफगान बलों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए. अफगान दूतावास में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मुत्ताकी ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि कुछ "विशेष तत्व" अफगानिस्तान के साथ जानबूझकर तनाव पैदा कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान शांति नहीं चाहता तो अफगानिस्तान के पास अन्य विकल्प भी हैं. मुत्ताकी ने कहा कि तालिबान की ओर से तत्काल जवाबी कार्रवाई की गई और सैन्य उद्देश्य पूरे कर लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने अपनी सीमाओं और राष्ट्रीय हितों की रक्षा की है. हमारे मित्र देशों कतर और सऊदी अरब ने इस संघर्ष को समाप्त करने की अपील की है, इसलिए हमने फिलहाल इसे रोक दिया है. स्थिति अब नियंत्रण में है.

TTP पर पाकिस्तान के आरोपों को तालिबान ने नकारा

पाकिस्तान का दावा है कि TTP (Tehreek-e-Taliban Pakistan) को अफगानिस्तान में पनाह मिल रही है. मुत्ताकी ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि 2400 किलोमीटर लंबी सीमा को न तो चंगेज़ ख़ान रोक पाया, न अंग्रेज. अगर पाकिस्तान के पास बड़ी सेना और बेहतर खुफिया तंत्र है तो उसे अपनी सरजमीं पर हो रही लड़ाई पर काबू पाना चाहिए. दोष हमारे ऊपर मढ़ने से बेहतर है कि वे अपने घर की समस्याएं सुलझाएं.

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