रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रम्प और पुतिन के बीच दो घंटे से अधिक चली बातचीत
अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति के बीच यूक्रेन के युद्ध को लेकर चर्चा हुई। यूक्रेन में तीन वर्षों से जारी युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।;
Trump And Putin Talk Over Phone On Ukraine War : यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ व्हाइट हाउस में हुई असफल बैठक के तीन सप्ताह बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की। अमेरिकी पूर्वी समयानुसार सुबह 10 बजे हुई इस कॉल में दोनों नेताओं ने दो घंटे से अधिक समय तक युद्धविराम के संभावित रास्तों पर चर्चा की।
व्हाइट हाउस के अनुसार, बातचीत सकारात्मक रही।
डैन स्कैविनो ने X पर जानकारी देते हुए लिखा ‘राष्ट्रपति ट्रंप इस समय ओवल ऑफिस में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर रहे हैं। बातचीत अच्छी चल रही है और अभी भी जारी है’।
Happening Now—President Trump is currently in the Oval Office speaking with President Vladimir Putin of Russia since 10:00amEDT. The call is going well, and still in progress.
— Dan Scavino (@Scavino47) March 18, 2025
संघर्ष विराम पर वार्ता और यूक्रेन की चिंता
यूक्रेन में तीन वर्षों से जारी युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। ट्रंप पहले ही स्पष्ट कर चुके थे कि वे रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों के भविष्य पर चर्चा करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि मास्को और वाशिंगटन "कुछ संपत्तियों के विभाजन" पर बातचीत कर रहे हैं।
इस रुख से यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है। उन्हें आशंका है कि ट्रंप, जो पुतिन की प्रशंसा करने से नहीं चूकते, कहीं रूस को यूक्रेन का बहुत अधिक क्षेत्र न सौंप दें। साथ ही, यूक्रेन को इस वार्ता में शामिल न किए जाने पर भी नाराजगी जताई जा रही है।
युद्धविराम की शर्तें और रूस-यूक्रेन गतिरोध
यूक्रेन पहले ही 30 दिनों के लिए युद्धविराम और रूस के साथ वार्ता के लिए सहमत हो चुका है, लेकिन पुतिन ने कई गैर-परिवर्तनीय शर्तें रखी हैं। मॉस्को का कहना है कि जब तक इन गारंटियों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वार्ता संभव नहीं होगी।
कीव ने मास्को की शर्तों को खारिज करते हुए कहा है कि रूस को बिना शर्त युद्धविराम स्वीकार करना चाहिए। यूक्रेनी विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिगा ने कहा, "अब यह देखने का समय है कि रूस वास्तव में शांति चाहता है या नहीं।"
इस बीच, पुतिन का कहना है कि किसी भी युद्धविराम का लाभ केवल यूक्रेन को होगा क्योंकि रूसी सेना यूक्रेनी क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रही है।
नाटो पर रूस का कड़ा रुख और अमेरिकी शस्त्र आपूर्ति
राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट कर दिया है कि रूस कभी भी यूक्रेन में नाटो सैनिकों की तैनाती को स्वीकार नहीं करेगा। मॉस्को का मानना है कि नाटो की यूक्रेन में उपस्थिति ही इस युद्ध की जड़ है।
पुतिन ने अमेरिका से भी मांग की है कि किसी भी शांति समझौते से पहले उसे यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति बंद करनी होगी।
ट्रंप का रुख: ज़मीन और ऊर्जा केंद्रों पर चर्चा
ट्रंप ने पहले संकेत दिए थे कि वे पुतिन के साथ यूक्रेनी ज़मीन और ऊर्जा केंद्रों, विशेष रूप से यूरोप के सबसे बड़े ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर चर्चा करेंगे, जो युद्ध की शुरुआत में ही रूस के नियंत्रण में आ गया था।
सोमवार को ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि "समझौते के कई बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन अभी भी कई मुद्दे सुलझाने बाकी हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि रूस के साथ वार्ता अब "बेहद महत्वपूर्ण चरण" में पहुंच गई है।