सीजफायर के लिए यूक्रेन सहमत, ट्रंप बोले- उम्मीद है कि रूस भी मान जाएगा

यूक्रेन ने अमेरिका के 30-दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार किया है। बताया जा रहा है कि वो रूस से तत्काल बातचीत के लिए भी तैयार है।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-03-12 01:50 GMT

Ukraine Russia Ceasfire:  जेद्दा में मंगलवार को हुई महत्वपूर्ण वार्ता के दौरान, यूक्रेन ने अमेरिका के 30-दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और रूस के साथ तत्काल बातचीत के लिए सहमति जताई। तीन वर्षों से जारी इस विनाशकारी युद्ध के बीच यह एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।यूक्रेन की इस सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने सैन्य सहायता पर लगी रोक हटाने का निर्णय लिया और इस युद्ध के अंत की संभावना जताई।

ट्रंप की कूटनीति और यूक्रेन की रणनीति

राष्ट्रपति ट्रंप ने पारंपरिक सहयोगियों को चौंकाते हुए कीव पर दबाव बनाया और मॉस्को से संपर्क साधा। इस बदली हुई रणनीति के तहत, यूक्रेनी अधिकारी जेद्दा में वार्ता के लिए पहुंचे और वायु एवं समुद्री हमलों पर आंशिक युद्धविराम का प्रस्ताव रखा।हालांकि, ट्रंप के सलाहकारों ने यूक्रेन से और अधिक रियायतें मांगी, जिसके बाद यूक्रेन ने पूरे महीने के लिए युद्धविराम पर सहमति दे दी। यह युद्ध अब तक हजारों लोगों की जान ले चुका है।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने नौ घंटे चली बातचीत के बाद कहा,"आज हमने जो प्रस्ताव रखा, उसे यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया है। अब यह रूस पर निर्भर करता है कि वे शांति चाहते हैं या नहीं।"

रूस पर दबाव और अमेरिका का बदला रुख

अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया सूचनाओं को उस समय रोक दिया था जब 28 फरवरी को ट्रंप और राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच बैठक विफल रही थी। अब अमेरिका ने तुरंत यह सहायता बहाल करने की घोषणा की।

वॉशिंगटन में ट्रंप ने कहा कि वे ज़ेलेंस्की को व्हाइट हाउस में आमंत्रित करने के लिए तैयार हैं और इस सप्ताह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात कर सकते हैं।

एक पत्रकार द्वारा युद्धविराम की संभावनाओं पर पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा,"मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इसका समाधान निकल आएगा। कल रूस के साथ एक बड़ी बैठक हो रही है और हम सकारात्मक बातचीत की आशा करते हैं।"

यूक्रेन-अमेरिका समझौता और ज़ेलेंस्की की प्रतिक्रिया

संयुक्त बयान में, अमेरिका और यूक्रेन ने जल्द-से-जल्द एक समझौते को अंतिम रूप देने की बात कही, जिसके तहत अमेरिका को यूक्रेन के खनिज संसाधनों तक पहुंच मिलेगी। यह राष्ट्रपति ट्रंप की एक प्रमुख मांग थी, जो उन्होंने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा भेजे गए अरबों डॉलर के हथियारों के बदले में रखी थी।

ज़ेलेंस्की ने जेद्दा में हुए "सकारात्मक" युद्धविराम प्रस्ताव की सराहना की और अमेरिका से रूस को मनाने की अपील की।उन्होंने अपने संबोधन में कहा,"अमेरिका हमारी चिंताओं को समझता है और हमारे प्रस्तावों को स्वीकार करता है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करता हूँ कि हमारी टीमों के बीच रचनात्मक बातचीत हुई।"

रूस को स्पष्ट रुख अपनाने की आवश्यकता

इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। खासकर, अमेरिकी सहायता रोक दिए जाने के बाद से रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया और कुछ इलाकों पर फिर से कब्ज़ा कर लिया।वार्ता से कुछ घंटे पहले, यूक्रेन ने सीधे मॉस्को पर एक बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें सैकड़ों ड्रोन राजधानी और अन्य क्षेत्रों से टकराए। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई।

यूक्रेन के शीर्ष सलाहकार एंड्री यरमाक ने कहा,"रूस को स्पष्ट करना होगा कि वे शांति चाहते हैं या नहीं। यह युद्ध उन्होंने शुरू किया था, अब उन्हें इसे समाप्त करने के लिए तैयार रहना चाहिए।"

यूरोपीय सहयोगियों की चिंताएं

ट्रंप की बदली रणनीति ने यूरोपीय सहयोगियों को असमंजस में डाल दिया है। फ्रांस और जर्मनी ने अब यूरोपीय सुरक्षा को मजबूत करने की बात कहनी शुरू कर दी है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका नाटो की सुरक्षा गारंटी पहले की तरह नहीं देगा।हालांकि, ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज ने इस बदलाव को "शांति की दिशा में एक बड़ी कूटनीतिक जीत" बताया।उन्होंने कहा"पहले सवाल यह था कि युद्ध खत्म होगा या नहीं, अब सवाल यह है कि युद्ध कैसे खत्म होगा।"

जी-7 बैठक और रूस पर नरम रुख

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो अब कनाडा जा रहे हैं, जहां वे जी-7 देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि वे रूस के खिलाफ "आक्रामक भाषा" के इस्तेमाल से बचने की सलाह देंगे ताकि कूटनीति को आगे बढ़ाया जा सके।पोलैंड, जो यूक्रेन का प्रबल समर्थक है, ने अमेरिका और यूक्रेन के बीच हुई इस पहल को "शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम" बताया।

युद्धविराम के बाद की अनिश्चितताएं

हालांकि रूस के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार करने की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यूक्रेन ने सुरक्षा गारंटी की मांग रखी है। दूसरी ओर, ट्रंप ने नाटो सदस्यता को खारिज कर दिया है।वॉल्ट्ज ने बताया कि जेद्दा में इस पर गहराई से चर्चा हुई कि यह युद्ध स्थायी रूप से कैसे समाप्त हो सकता है।फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी कहा कि किसी भी समझौते के तहत यूक्रेन को "विश्वसनीय सुरक्षा गारंटी" दी जानी चाहिए।

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