'यूक्रेन किसी भी दिन रूस का'..., ट्रंप के अब इस बयान ने दुनिया में मचाई हलचल
Donald Trump ने रूस और यक्रेन जंग को लेकर दिए एक बयान से फिर से दुनिया में हलचल मचा दी है.;
Russia Ukraine war: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अमेरिका का राष्ट्रपति बनते ही अपने बयानों और आदेशों से दुनिया भर में खलबली मचा दी है. फिर चाहे वह आर्थिक सहायता देने की बात हो या फिर टैरिफ आदेशों की. इतना ही नहीं इन दिनों अवैध प्रवासियों को देश से निकालने को लेकर भी ट्रंप (Donald Trump) चर्चा में बने हुए हैं. अब उनके रूस और यूक्रेन जंग को लेकर दिए एक बयान ने फिर से हलचल मचा दी है. दरअसल, ट्रंप (Donald Trump) ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन किसी भी दिन रूस का हो सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन कभी भी रूस का हिस्सा बन सकता है. अमेरिका ने युद्ध के दौरान यूक्रेन की जितनी मदद की है, उसे वापस लेने में भी नहीं हिचकिचाएगा. बता दें कि ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वांस के बीच इस हफ्ते म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है.
यूक्रेन और रूस के बीच तीन साल से चल रही जंग पर चर्चा करते हुए ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि वो (यूक्रेन) हमारे साथ चाहे तो एक समझौता कर सकता है या फिर अगर नहीं चाहता तो कोई बात नहीं. वो किसी दिन रूस में मिल जाएगा या फिर नहीं भी मिलेगा. लेकिन हमारा पैसा वहां जा रहा है. मैं अपना पैसा वापस चाहता हूं.
ट्रंप (Donald Trump) ने यूक्रेन को अमेरिकी सहायता देने को लेकर कहा कि भविष्य में दी जाने वाली सहायता को आर्थिक लाभ से जोड़ना चाहिए. खासकर यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों के जरिए. उन्होंने कहा कि हम वहां इतना सारा पैसा डालने जा रहे हैं और मैं कहता हूं कि मुझे यह वापस चाहिए. मैंने उनसे (यूक्रेन) कहा कि मैं इस पैसे के बराबर यानी कि $500 बिलियन मूल्य का दुर्लभ खनिज वाली जमीन चाहता हूं.
हालांकि, रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान को लेकर ट्रंप ने घोषणा की कि वह जल्द ही अपने विशेष दूत कीथ केलॉग को यूक्रेन भेजेंगे. केलॉग का काम संघर्ष रोकने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करना होगा. उनकी यह यात्रा 20 फरवरी को निर्धारित है. जो रूस के आक्रमण की तीसरी सालगिरह 24 फरवरी से कुछ दिन पहले होगी.
वहीं, जबकि ट्रंप (Donald Trump) युद्ध का जल्दी अंत का दबाव बना रहे हैं, यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की ने अमेरिकी सुरक्षा गारंटी की मांग की है. कीव का कहना है कि अगर किसी समझौते में ठोस सैन्य प्रतिबद्धताएं नहीं होतीं. जैसे नाटो सदस्यता या शांति सैनिकों की तैनाती तो यह भविष्य में मॉस्को द्वारा होने वाली हमले से यूक्रेन असुरक्षित हो सकता है. बता दें कि ज़ेलेन्स्की के प्रवक्ता सर्गी निकिफोरोव ने उपराष्ट्रपति वांस के साथ आगामी बैठक की पुष्टि की.