फुकेत में फंसे एयर इंडिया के 100 से अधिक यात्री 80 घंटे तक रहे परेशान
तकनीकी गड़बड़ियों और बार-बार देरी के कारण फुकेत में यात्री फंसे हैं. यात्रियों का कहना है की उड़ान भरने से पहले ही विमान में तकनिकी खराबी थी, जिसके चलते उड़ान भरने में देरी हुई. फिर उड़ा तो फुकेत में फंस गया.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-19 16:47 GMT
Night Mare Flight OF Air India : एयर इंडिया की एक फ्लाइट यात्रियों के लिए किसी बुरे सपने से कम साबित नहीं हुई. लगभग 100 से ज्यादा यात्री इस फ्लाइट में 80 घंटे से ज्यादा फुकेत में फंसे रहे. हैरानी की बात ये रही कि जिस विमान में यात्रियों को सवार किया गया वो उड़ान से शुरुआत से ही किसी न किसी तकनिकी खराबी से जूझ रहा था लेकिन इसके बावजूद उसी विमान में यात्रियों को सवार किया गया.
यात्रियों ने बताया कि 6 घंटे की देरी की घोषणा के बाद वे विमान में चढ़ गए, लेकिन एक घंटे बाद ही उन्हें उतार दिया गया, और अंततः उड़ान रद्द कर दी गई. 17 नवंबर को उड़ान भरने का दूसरा प्रयास भी विफल रहा, क्योंकि विमान को एक और तकनीकी खराबी के कारण ढाई घंटे बाद फुकेत लौटना पड़ा.
निराशा बढ़ती रही
यात्रियों की निराशा बढ़ती जा रही है, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग यात्री भी शामिल हैं, अपनी शिकायतें साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. कई लोगों ने एयरलाइन कर्मचारियों की ओर से स्पष्ट संचार या संतोषजनक सहायता की कमी का आरोप लगाया.
एयर इंडिया के सूत्रों ने बताया कि शुरुआती देरी क्रू ड्यूटी के घंटों की सीमाओं के कारण हुई थी. उन्होंने बताया कि बाद में आपातकालीन लैंडिंग तकनीकी समस्या के कारण हुई. उन्होंने आश्वासन दिया कि यात्रियों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा और प्रतिपूर्ति का वादा किया. जबकि अधिकांश यात्रियों को घर भेज दिया गया, 40 फुकेत में ही रह गए हैं, और आज शाम तक उनके रवाना होने की उम्मीद है.
यात्री असमंजस में
यात्री असमंजस में हैं और अपनी लंबी परेशानी के समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह घटना परिचालन संबंधी संकट के दौरान यात्रियों का विश्वास बनाए रखने की चुनौतियों पर प्रकाश डालती है।
कोहरे के कारण दिल्ली का हवाई क्षेत्र बाधित
इस बीच, घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण दिल्ली की हवाई यात्रा बुरी तरह से बाधित हुई है. हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि इंडिगो की लगभग 30% उड़ानों में देरी हुई है.
इसके विपरीत, एयर इंडिया और स्पाइसजेट की आधी से ज़्यादा उड़ानें प्रभावित हुई हैं. वायु प्रदूषण के कारण इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कम दृश्यता की प्रक्रिया लागू की गई है। इसके कारण कई उड़ानें देरी से चल रही हैं और रद्द हो रही हैं.