एयर इंडिया-विस्तारा का विलय, गैर-उड़ान कर्मचारियों के जॉब पर लटकी तलवार! VRS की पेशकश

विस्तारा ने एयर इंडिया के साथ विलय से पहले अपने गैर-उड़ान कर्मचारियों के लिए VRS के साथ-साथ VSS की पेशकश की है.

Update: 2024-07-30 10:33 GMT

Air India Vistara Merger: विस्तारा ने एयर इंडिया के साथ विलय से पहले अपने गैर-उड़ान कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के साथ-साथ स्वैच्छिक पृथक्करण योजनाओं (VSS) की पेशकश की है. बता दें कि टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) विस्तारा में परमानेंट और कांट्रेक्ट बेसिस के तहत 6,500 से अधिक कर्मचारी हैं.

कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि गैर-उड़ान वाले स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) और स्वैच्छिक पृथक्करण योजना (वीएसएस) की पेशकश की गई है. पात्र कर्मचारी 23 अगस्त तक इन योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं.

पृथक्करण योजना या वॉलिंटियरी सेपरेशन स्कीम

वीआरएस उन लोगों के लिए है, जिन्होंने एयरलाइन में पांच साल की सेवा पूरी कर ली है.जबकि वीएसएस उन कर्मचारियों के लिए है, जिन्होंने एयरलाइन में अभी पांच साल की सेवा पूरी नहीं की है. ये योजनाएं टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया द्वारा इस महीने की शुरुआत में पेश की गई योजनाओं के समान हैं. ये योजनाएं पायलटों, केबिन क्रू और अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए लाइसेंस रखने वालों पर लागू नहीं होंगी. वहीं, विस्तारा की ओर से इन योजनाओं पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई. बता दें कि एयरलाइन ने साल 2015 में उड़ान भरना शुरू किया था.

इस महीने की शुरुआत में सूत्रों ने कहा था कि एयर इंडिया और विस्तारा के लगभग 600 गैर-उड़ान कर्मचारी दोनों एयरलाइनों के मेगा-विलय से प्रभावित होने की संभावना है और एयर इंडिया समूह और टाटा कंपनियों के भीतर प्रभावित कर्मचारियों को नौकरी के अवसर प्रदान करने के प्रयास किए जाएंगे.

फिटमेंट अभ्यास

टाटा समूह के स्वामित्व वाली घाटे में चल रही पूर्ण-सेवा वाहक कंपनियों एयर इंडिया और विस्तारा में कुल मिलाकर 23,000 से अधिक कर्मचारी हैं. इस बीच, विलय से पहले दोनों एयरलाइनों के कर्मचारियों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया पिछले कुछ महीनों से चल रही है. इस प्रक्रिया में कर्मचारी के पिछले अनुभव, प्रदर्शन और अन्य कारकों को ध्यान में रखा जाता है.

12 मई को एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैम्पबेल विल्सन ने विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन के साथ मिलकर प्रस्तावित विलय के बारे में दोनों एयरलाइनों के कर्मचारियों के साथ डेढ़ घंटे की टाउन हॉल बैठक की. उस समय विल्सन और कन्नन ने यह भी आश्वासन दिया था कि नए ढांचे में मौजूदा कर्मचारियों का समायोजन या नियुक्ति, योग्यता और क्षमता के आधार पर की जा रही है.

विलय को सशर्त मंजूरी

इस विलय से सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का निर्माण होगा, जिसकी घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी. सौदा पूरा होने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. विस्तारा सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा समूह के बीच एक संयुक्त उद्यम है.

जून में राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने विलय को मंजूरी दे दी थी और मार्च में सिंगापुर के प्रतिस्पर्धा नियामक सीसीसीएस ने प्रस्तावित सौदे को सशर्त मंजूरी दे दी थी. इससे पहले सितंबर 2023 में इस सौदे को कुछ शर्तों के अधीन भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिली थी.

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