अब तक की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची सोने की कीमतें, वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में हलचल
सोमवार को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड बनाया। अमेरिकी सरकार के लगातार जारी शटडाउन और फेडरल रिज़र्व की संभावित दर कटौती की उम्मीदों के चलते सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी।
सोने की कीमतें वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गईं। अमेरिकी सरकार के शटडाउन और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के बीच निवेशकों ने सुरक्षित निवेश (safe-haven) के रूप में सोने की ओर रुख किया। एमसीएक्स (MCX) पर फरवरी 2026 के कॉन्ट्रैक्ट में सोना ₹1,20,845 प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया। चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी देखी गई, भले ही फिजिकल डिमांड (भौतिक मांग) में मिश्रित रुझान दिखा।
सोमवार को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड बनाया। अमेरिकी सरकार के लगातार जारी शटडाउन और फेडरल रिज़र्व की संभावित दर कटौती की उम्मीदों के चलते सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर फ्यूचर्स ₹1,447 यानी 1.22% उछलकर अब तक के उच्चतम स्तर ₹1,19,560 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। फरवरी 2026 के कॉन्ट्रैक्ट में लगातार सातवें सत्र में तेजी रही, जो ₹1,512 या 1.27% की बढ़त के साथ ₹1,20,845 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की चेयरपर्सन अक्ष कंबोज ने पीटीआई को बताया—
“अमेरिकी सरकार के शटडाउन के चलते महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों की रिलीज़ में देरी हो रही है, जिससे निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं। साल 2025 में अब तक करीब 50% की तेजी के बावजूद निवेशक अनिश्चितता के माहौल में सोने को प्राथमिकता दे रहे हैं।”
विश्लेषकों के अनुसार, चीन में कमजोर खरीदारी को एशिया के अन्य बाजारों में स्थिर मांग ने संतुलित किया। चांदी में भी मजबूत तेजी रही—दिसंबर फ्यूचर्स ₹1,956 या 1.34% उछलकर ₹1,47,700 प्रति किलोग्राम और मार्च 2026 के कॉन्ट्रैक्ट ₹2,053 या 1.39% बढ़कर ₹1,49,321 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए।
वैश्विक बाजारों में कॉमेक्स (Comex) पर सोने की उछाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स ने पहली बार $3,900 प्रति औंस का स्तर पार किया। यह उछाल अमेरिकी शटडाउन के कारण बढ़ी अनिश्चितता और निवेशकों की सुरक्षित निवेश की चाह से प्रेरित रहा।
स्पॉट गोल्ड रविवार रात 23:53 GMT तक 0.6% बढ़कर $3,910.09 प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी दिसंबर फ्यूचर्स 0.7% बढ़कर $3,935 पर जा पहुंचे। यह वृद्धि निवेशकों की सतर्कता और राजनीतिक अस्थिरता के बीच सुरक्षित परिसंपत्तियों में रुझान को दर्शाती है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने पीटीआई को बताया, “चांदी $48.3 प्रति औंस के ऊपर चली गई है क्योंकि अमेरिकी शटडाउन और फेड की संभावित दर कटौती की उम्मीदों ने सुरक्षित निवेश की मांग को और बढ़ा दिया है। सांसदों के बीच फंडिंग डील न होने से सितंबर की रोजगार रिपोर्ट समेत कई अहम आर्थिक आंकड़ों की घोषणा टल गई है।”
सोने ने वर्ष 2025 में अब तक 49% की बढ़त दर्ज की है, जबकि 2024 में इसमें 27% की वृद्धि हुई थी। यह तेजी केंद्रीय बैंकों की खरीद, ईटीएफ निवेश, कमजोर डॉलर और खुदरा निवेशकों की रुचि से प्रेरित रही है।
निवेशक अब फेड की अगली नीतिगत संकेतों पर नजर रखे हुए हैं—इस हफ्ते फेड गवर्नर स्टीफन मिरन के बयान, एफओएमसी (FOMC) मिनट्स की रिलीज़ और चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण से बाजार को दिशा मिलने की उम्मीद है।