गोल्ड और सिल्वर के रिकॉर्ड दामों ने किया धनतरेस दिवाली का उत्साह फीका

साल 2024 के धनतेरस से इस धनतरेस तक सोने के दामों में 67 फीसदी तो चांदी के दामों में 80 फीसदी के करीब उछाल आ चुका है. दोनों ही कमोडिटी अपने ऑलटाइम हाई पर है.

Update: 2025-10-18 10:43 GMT
Click the Play button to listen to article

धनतेरस का आज शुभ दिन है. इस शुभ मौके पर लोग सोने-चांदी की खरीदारी करते हैं. लेकिन इस धनतरेस दिवाली के मौके पर सोने चांदी के दामों में रिकॉर्ड उछाल ने सबको चौंका दिया है. सोने और चांदी के दाम ऑल-टाइम हाई पर ट्रेड कर रहा है.

18 अक्टूबर को धनतरेस को मौके पर 24 कैरेट सोने के दाम 13,278 से लेकर 13,420 रुपये प्रति ग्राम पर कारोबार कर रहा है. जबकि 22 कैरेट सोने के दाम 12,210 रुपये प्रति ग्राम के लेवल पर कारोबार कर रहा है. जबकि चांदी के दामों पर नजर डालें तो MCX पर चांदी भले ही 1,57,300 रुपये प्रति किलो पर है लेकिन MMTC पर एक किलो सोने का बार 1,94,910 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है.

साल 2024 में धनतेरस पर सोना 79,000 से 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था जो इस वर्ष धनतरेस पर 1,34,000 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. यानी बीते धनतरेस के मुकाबले पर सोने के दामों में 67 फीसदी का उछाल आ चुका है. चांदी पिछले धनतेरस पर 98,000 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था जो इस धनतरेस पर 1,80,000 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. यानी चांदी के दामों में पिछले धनतरेस के मुकाबले 80 फीसदी के करीब उछाल आ चुका है.

धनतेरस पर सोने की खरीदारी को परंपरा और निवेश का संगम करार देते हुए पीएल वेल्थ मैनेजमेंट के सीईओ, इंदरबीर सिंह जॉली, ने कहा, “इस धनतेरस, सोना अपनी भूमिका नए सिरे से लिख रहा है. अब यह केवल शुभ प्रतीक या आभूषण नहीं, बल्कि एक रणनीतिक वित्तीय संपत्ति बन चुका है. ग्लोबल स्तर पर, स्पॉट गोल्ड ने US $4,300 प्रति औंस का स्तर पार कर लिया है जो लगभग बीस वर्षों में इसकी सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त है. भारत में भी सोने की कीमतें लगभग ₹1,31,699 प्रति 10 ग्राम (24 कैरेट) तक पहुंच गई हैं, और प्रीमियम 782 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चढ़ गया है जो पिछले एक दशक में सबसे ऊंचा स्तर है.

उन्होंने उछाल के कारण बताते हुए कहा, कमजोर अमेरिकी डॉलर, अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें, और केंद्रीय बैंकों की एग्रेसिव पर्चेजिंग के चलते सोने में उछाल है. इंदरबीर सिंह जॉली, ने कहा, भारत में “निवेश के तौर पर सोने की मांग” लगातार बढ़ रही है. खरीदार महंगे गहनों की बजाय अब सिक्के और बार्स को प्राथमिकता दे रहे हैं क्योंकि फैब्रिकेशन कॉस्ट बढ़ी है. हालांकि, रिकॉर्ड ऊंचे दामों का एक असर यह भी है कि इस त्योहारी सीजन में आभूषणों की मांग में गिरावट आने की संभावना है.

सोने चांदी के दामों में तेज उछाल के बाद भी ट्रेडर्स की संगठन CAIT ने कहा है कि, धनतरेस के मौके पर देशभर में भारी खरीदारी देखी जा रही है. CAIT के मुताबिक इस मौके पर 1 लाख करोड़ के ट्रेड का अनुमान है जिसमेमं केवल सोने-चांदी की 60,000 करोड़ रुपये तक बिक्री देखने को मिल सकती है.

Tags:    

Similar News