भारत की GDP में 10 सालों में दोगुना उछाल, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर!

India economy: भारत की अर्थव्यवस्था इस दशक में कई सकारात्मक बदलावों से गुज़री है और आने वाले वर्षों में यह तेजी से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनेगी.;

Update: 2025-03-26 18:00 GMT

India GDP: भारत ने पिछले 10 वर्षों में अपने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को दोगुना कर दिया है. जो किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए एक असाधारण उपलब्धि मानी जाती है. यह सफलता विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. क्योंकि भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है. इतना ही नहीं, यह वृद्धि कोविड महामारी जैसी आर्थिक संकटों के बावजूद हासिल हुई है.

भारत की जीडीपी में 100% वृद्धि

भारत की जीडीपी में पिछले दशक में 103.1% की वृद्धि हुई है. जैसा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है. 2015 में भारत की नाममात्र जीडीपी 2,103.6 अरब डॉलर थी. जो 2025 तक बढ़कर 4,271.9 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह 100% से भी अधिक की वृद्धि है. इस अवधि में, भारत की जीडीपी दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से बढ़कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई.

वृद्धि के कारण?

भारत की आश्चर्यजनक वृद्धि के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनमें सरकार की नीतियां, कृषि, औद्योगिकीकरण, डिजिटलीकरण और कई बड़े आर्थिक सुधार शामिल हैं.

1. भारत का कृषि क्षेत्र इस दशक में कई चुनौतियों के बावजूद मजबूत बना रहा है. जैसे कि मौसम के बदलाव और जलवायु परिवर्तन. यह क्षेत्र न केवल उत्पादन को बनाए रखने में सक्षम था, बल्कि ग्रामीण आय को भी स्थिर रखा.

2. भारत ने अपनी औद्योगिक क्षमता में भी काफी विस्तार किया है. कई भारतीय उद्योग अब वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का हिस्सा बन चुके हैं, जिससे न केवल रोजगार बढ़ा, बल्कि निवेश और उत्पादन भी बढ़ा.

3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कई नीतियां अपनाईं. जैसे 'मेक इन इंडिया', PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना, GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) और MSME (माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज) को वित्तीय सहायता. इन नीतियों ने व्यापार और निवेश के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया.

4. भारत में डिजिटल तकनीकों का व्यापक उपयोग हुआ, जिससे उत्पादकता बढ़ी और व्यापार में पारदर्शिता आई. डिजिटल भुगतान प्रणालियों, तेज़ क्रेडिट वितरण और इंटरनेट की सुलभता ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त किया.

5. सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली सड़कें, रेल और हवाई परिवहन व्यवस्था स्थापित हुई. इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में पूंजीगत व्यय (capital expenditure) को बढ़ावा दिया गया, जिससे भारत का आर्थिक विकास तेज हुआ.

दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था?

IMF के अनुसार, भारत की जीडीपी आने वाले वर्षों में 6.5% की दर से बढ़ेगी. 2026 तक भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बन सकती है और 2028 तक यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी. IMF का अनुमान है कि 2028 तक भारत की जीडीपी 5,723.3 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी. भारत की जीडीपी 2029 तक 6,307.2 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. जबकि 2029 में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की जीडीपी 35,458 अरब डॉलर होगी. जो भारत की जीडीपी से लगभग 5.62 गुना अधिक होगी.

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