भगोड़ा मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार, पीएनबी फ्रॉड में आरोपी
पीएनबी बैंक फ्रॉड केस के आरोपी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि भारतीय एजेंसियों ने कार्रवाई की अपील की थी।;
Mehul Choksi Arrest News: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुरोध पर की गई है। चोकसी लंबे समय से कानून की गिरफ्त से बाहर था, लेकिन अब उसके खिलाफ कार्रवाई ने एक नया मोड़ ले लिया है।
इलाज के बहाने बेल्जियम पहुंचा था चोकसी
सूत्रों के अनुसार, मेहुल चोकसी इलाज के लिए बेल्जियम गया था, जहां 11 अप्रैल को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। चोकसी की गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के आग्रह पर की गई है। इससे अब उसे भारत वापस लाने की संभावना तेज हो गई है।
एंटीगुआ में ले रखा था शरण
चोकसी 2018 से कैरेबियन देश एंटीगुआ में रह रहा था। उसने वहां की नागरिकता भी ले ली थी ताकि भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में अड़चनें आ सकें। लेकिन भारत की एजेंसियां लगातार उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ती रहीं।
ED और CBI की सख्ती
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मेहुल चोकसी के खिलाफ तीन चार्जशीट दाखिल की हैं।2019 में, ED ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि चोकसी एक "भगोड़ा और फरार" व्यक्ति है।CBI ने भी इस मामले में सघन जांच की है और इंटरपोल के जरिए नोटिस जारी करवाए हैं।
इलाज के बहाने विदेश में था चोकसी
जानकारी के अनुसार, चोकसी ब्लड कैंसर से पीड़ित है और उसका इलाज चल रहा है। इलाज के लिए वह बेल्जियम पहुंचा था, लेकिन वहां से स्विट्ज़रलैंड जाने की तैयारी में था। इसी दौरान स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब भारत लाने की प्रक्रिया पर चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन यह आसान नहीं होगा।
प्रत्यर्पण की राह में अड़चनें
हालांकि, भारतीय एजेंसियों के लिए मेहुल चोकसी को भारत लाना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। कारण यह है कि इंटरपोल ने उसके खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) को हटा दिया है।
यह नोटिस 2018 में भारत की अपील पर जारी किया गया था, जब चोकसी पीएनबी घोटाले में आरोपी घोषित किया गया। लेकिन रेड नोटिस हटाने के पीछे चोकसी की ओर से की गई एक अर्जी है, जिसमें उसने दावा किया कि 2021 में भारतीय एजेंसियों ने उसका 'अपहरण' कर लिया था और डोमिनिका ले गए थे। इंटरपोल ने इसी आधार पर उसका रेड नोटिस रद्द कर दिया।
पहले भी रह चुका है लापता
गौरतलब है कि मई 2021 में खबरें आई थीं कि चोकसी एंटीगुआ से लापता हो गया है। बाद में पता चला कि वह डोमिनिका में मौजूद था, जहां उसे हिरासत में लिया गया था। उस समय भी भारत ने उसे प्रत्यर्पित कराने की कोशिश की थी, लेकिन कानूनी पेचदगियों के कारण सफलता नहीं मिल सकी।
मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी भारत के लिए राहत की खबर जरूर है, लेकिन प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया अब भी जटिल बनी हुई है। इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस हटाए जाने से भारतीय एजेंसियों को एक बड़ा झटका लगा है। हालांकि ED और CBI लगातार कोशिशों में लगी हैं कि इस बार चोकसी को भारत लाकर देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले की जवाबदेही तय की जा सके।
क्या है PNB घोटाला?
मेहुल चोकसी 13,500 करोड़ रुपये से अधिक के PNB घोटाले का मुख्य आरोपी है। यह भारत के इतिहास के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक है। चोकसी ने नीरव मोदी के साथ मिलकर कई फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से लोन हासिल किया और उसके बाद देश से फरार हो गया।