म्यूच्यूअल फण्ड पर बढ़ते विश्वास और विदेशी निवेश में बढ़ोतरी से आया शेयर मार्किट में उछाल

भारतीय शेयर बाज़ार को लोगों द्वारा म्यूच्यूअल फण्ड में विशवास जताने और विदेशी निवेशेकों के वापस लौटने से काफी फायदा हुआ है. इन दो वजहों के चलते बीएसई और निफ्टी अपने आल टाइम हाई पर पहुँच गया है.

Update: 2024-07-09 11:02 GMT

NSE - BSE Share market: भारतीय शेयर बाज़ार को लोगों द्वारा म्यूच्यूअल फण्ड में विशवास जताने और विदेशी निवेशेकों के वापस लौटने से काफी फायदा हुआ है. इन दो वजहों के चलते बीएसई और निफ्टी अपने आल टाइम हाई पर पहुँच गया है. जहाँ 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 328.54 अंक चढ़कर 80,288.92 अंक पर पहुंच गया, तो वहीँ एनएसई निफ्टी 83.45 अंक चढ़कर 24,404 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इससे ये पता चलता है कि म्यूच्यूअल फण्ड और फॉरेन इन्वेस्टमेंट के बढ़ते विश्वास की वजह से देश के शेयर मार्किट को फायदा मिल रहा है और यही वजह भी है कि हर दिन देश की शेयर मार्किट नयी ऊँचाइयों को छू रही है.

जून के महीने की बात करें तो म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है. एसोसिएशन ऑफ़ म्यूच्यूअल फंड्स ऑफ़ इंडिया ( AMFI ) द्वारा जारी किये गए आंकड़ों की मानें तो जून में इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. जहाँ मई में ये निवेश 34,697 करोड़ था तो वहीँ जून में ये आंकड़ा 40,608.19 करोड़ रूपये तक पहुँच गया, जो अपने आप में आल टाइम हाई है.


SIP इनफ्लो में भी आया रिकॉर्ड उछाल, 55 लाख से ज्यादा नए अकाउंट खुले

AMFI के चेयरमैन नवनीत मुनोट ने आंकड़े जारी करते हुए ये जानकारी दी कि ग्रॉस SIP इनफ्लो ने जून में ऑल टाइम हाई को छुआ है. मई में जो ग्रॉस SIP इनफ्लो 20,904 करोड़ रूपये था, वो जून में बढ़कर 21,262 करोड़ रुपये पर पहुँच गया. इसके साथ ही जून में SIP के जरिए 55.1 लाख नए अकाउंट भी खुले हैं. SIP AUM 12.43 लाख करोड़ रुपये का रहा है. इसके अलावा जो गौर करने वाली बात है, वो ये है कि जून में म्यूच्यूअल फंड्स का आउटफ्लो 43,636 करोड़ रूपये रहा, जो ये सर्षता है कि निवेश बाहर गया है. जबकि मई की बात करें तो 1.1 लाख करोड़ का निवेश यहाँ आया था. नेट AUM जून में 61.2 लाख करोड़ रुपये रहा, जो मई में 58.9 लाख करोड़ रुपये था.

MFI के जून के आंकड़े

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ( MFI ) के जून के आंकड़ों पर नज़र डालें तो इक्विटी फंड्स में 40,608 करोड़ रुपये निवेश आया, जो मई में 34,697 करोड़ रुपये था. मिडकैप फंड्स का इनफ्लो 2,528 करोड़ रुपये रहा, जो मई में 2,606 करोड़ रुपये था. स्मॉलकैप फंड्स का इनफ्लो 2,263 करोड़ रुपये रहा, जो मई में 2,725 करोड़ रुपये था. लार्ज कैप फंड्स की बात करें तो मई में 663 करोड़ रूपये का निवेश आया था, जो जून में बढ़ कर 970 करोड़ रुपये पर पहुँच गया है.


AUM 60 लाख करोड़ के पार

जून के महीन में एसेट अंडर मैनेजमेंट ( AUM ) में भी 4 प्रतिशत का उछल देखने को मिला है. मई में ये आंकड़ा 58.64 लाख करोड़ था, जो जून में बढ़कर 60.89 करोड़ था.

इन कंपनियों के बढे शेयर

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में मारुति सुजुकी इंडिया में 6 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई. इसके अलावा आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, लार्सन एंड टूब्रो और टाटा मोटर्स अन्य बड़ी तेजी वाले शेयर रहे.

जानकारों का कहना है कि बाज़ार स्वस्थ प्रतीत हो रहा है, क्योंकि लार्जकैप शेयरों में खरीदारी हो रही है. बाज़ार मजबूती दिखा रहा है.


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