सिक्योरिटी, लॉजिस्टिक्स और विकास का संगम बनेगा नवी मुंबई एयरपोर्ट, कोस्टल डिफेंस लाइन को मिलेगी नई ताकत

रणनीतिक लिहाज से ही नहीं बल्कि देश के लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री कार्गो सेक्टर के लिए भी यह एयरपोर्ट गेम चेंजर साबित होगा.

Update: 2025-10-15 12:24 GMT
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नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को 8 अक्टूबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. वैसे तो नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बढ़ते भार को कम करने में मदद मिलेगी. लेकिन भारत के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से भी नवी मुंबई का ये एयरपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण है. इसलिए इस एयरपोर्ट को स्ट्रैटेजिक इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में डिजाइन किया गया है. भारतीय वायुसेना के सी-295 एयरक्राफ्ट को पहली बार नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया था. 

रन-वे पर ट्रॉयल के लिए उतरा C-295 एयरक्राफ्ट

भारतीय वायुसेना का सी-295 एयरक्राफ्ट पहली बार इसके रनवे पर उतरा गया तो यह सिर्फ ट्रायल नहीं था यह भारत की नई सामरिक नीति का संकेत था. यह मल्टी-रोल टैक्टिकल एयरलिफ्टर दुर्गम इलाकों में उतरने,सैनिकों व राहत सामग्री की ढुलाई और आपातकालीन स्थितियों में तेजी से ऑपरेशन करने में सक्षम है. पश्चिमी समुद्री तट यह एयरपोर्ट भारत की कोस्टल डिफेंस लाइन को भी मजबूत करेगा. यह वायुसेना, नौसेना और आपदा प्रबंधन एजेंसियों के लिए एक साझा रणनीतिक प्लेटफॉर्म बनने की भी ये क्षमता रखता है.

एशिया का बनेगा सबसे बड़ा लॉजिस्टिक हब

रणनीतिक लिहाज से ही नहीं बल्कि देश के लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री कार्गो सेक्टर के लिए भी यह एयरपोर्ट गेम चेंजर साबित होगा. आने वाले सालों में यह एयरपोर्ट एशिया के सबसे बड़े लॉजिस्टिक हब में शामिल हो सकता है. भारतीय रेलवे नेटवर्क और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ाव यात्रियों और कार्गो, दोनों की आवाजाही को सरल बनाएगा.

रिकॉर्ड समय में तैयार हुई एयरपोर्ट

कोरोना महामारी के दौर में अगस्त 2021 में इस प्रोजेक्ट की नींव रखी गई थी. तब सप्लाई चेन रुकावटों, लेबर की कमी और मुश्किल इंजीनियरिंग के बावजूद महज 4 साल में इसका निर्माण पूरा होना अपने आप में एक रिकॉर्ड है. रन-वे, टैक्सी-वे, एटीसी टावर और सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर तय समय से पहले तैयार किए गए.

19,650 करोड़ रुपये की लागत से तैयार नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का अभी उद्घाटन हुआ है. ये भारत की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना है, जिसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत विकसित किया गया है. मुंबई महानगर क्षेत्र के दूसरे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में, एनएमआईए, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) के साथ मिलकर काम करेगा ताकि भीड़भाड़ कम हो और मुंबई को वैश्विक बहु-हवाई अड्डा प्रणालियों की श्रेणी में शामिल किया जा सके. 1160 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले इस हवाई अड्डे को दुनिया के सबसे बेहतरीन हवाई अड्डों में से एक के रूप में डिज़ाइन किया गया है और यह सालाना 9 करोड़ यात्रियों (एमपीपीए) को संभालने में और 3.25 मिलियन मीट्रिक टन माल की ढुलाई करने में सक्षम होगा.

अनूठी सुविधाओं से लैस

नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुविधाओं पर नजर डालेंतो इसकी अनूठी सुविधाओं में एक स्वचालित पीपल मूवर (एपीएम) शामिल है, एक ऐसी परिवहन प्रणाली, जो सभी चार यात्री टर्मिनलों को निर्बाध अंतर-टर्मिनल स्थानांतरण के लिए आपस में जोड़ेगी, इसके साथ ही एक लैंडसाइड एपीएम भी शहरी अवसंरचना को एकीकृत करेगा. हवाई अड्डे में ATF का भंडारण होगा, लगभग 47 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा और पूरे शहर में सार्वजनिक संपर्क के लिए ईवी बस सेवाएँ उपलब्ध होंगी. एनएमआईए देश का पहला हवाई अड्डा होगा, जो वाटर टैक्सी से जुड़ा होगा. 

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