RBI देगा मोदी सरकार को बड़ा तोहफा, 23 मई को 2.50 से 3 लाख करोड़ डिविडेंड देने का कर सकता है ऐलान
आरबीआई से मिलने वाले इस बंपर डिविडेंड से सरकार को बजट घाटे को कम करने में मदद मिलेगी साथ ही बजट में टैक्स कटौती से जो सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है उसे भी पूरा किया जा सकेगा.;
RBI Dividend Gift: केंद्र सरकार को बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक से बड़ा तोहफा मिलने वाला है. शुक्रवार 23 मई को आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई में बोर्ड मीटिंग होने वाली है जिसमें वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार को अपने सरप्लस से कितना डिविडेंड दिया जाए इसे लेकर मंथन किया जाएगा. जानकारों की मानें तो इस वित्त वर्ष में आरबीआई केंद्र सरकार को डिविडेंड के तौर पर 2.50 से 3 लाख करोड़ रुपये डिविडेंड देने का ऐलान कर सकता है.
हर वर्ष आरबीआई से मिलता है सरकार को डिविडेंड
आरबीआई की बोर्ड मीटिंग से पहले 15 मई को आरबीआई बोर्ड ने इकोनॉमिक कैपिटल फ्रेमवर्क (Economic Capital Framework) को रिव्यू किया. इस फ्रेमवर्क के तहत आरबीआई ये तय करता है कि उसके पास कितनी पूंजी है जिसके जरिए किसी भी आने वाले फाइनेंशियल रिस्क को कवर किया जा सकता है. इसके बाद जो रकम बचता है आरबीआई उसे डिविडेंड के तौर पर सरकार को ट्रांसफर करती है.
2.5 से 3 लाख करोड़ डिविडेंड मिलने का अनुमान
केयरएज रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा के मुताबिक, हमारा मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक केंद्र सरकार को बंपर डिविडेंड देने की घोषणा कर सकता है जो कि 2.50 से 3 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि बीते साल से ज्यादा होगा जब आरबीआई ने 2.1 लाख करोड़ रुपये डिविडेंड दिया था. रजनी सिन्हा ने कहा केंद्र सरकार ने बजट में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आरबीआई, बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों से 2.6 लाख करोड़ रुपये डिविडेंड के तौर पर मिलने का अनुमान जताया है. लेकिन आरबीआई से अकेले मिलने वाला डिविडेंड सरकार के बजट अनुमान से ज्यादा रह सकता है. उन्होंने कहा कि, डॉलर बेचने से आरबीआई को जबरदस्त फायदा हुआ है जिसके चलते सरकार को ज्यादा डिविडेंड मिलने का अनुमान है.
डॉलर बेचने से बढ़ी आरबीआई की कमाई
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 में फरवरी महीने तक 371.6 अरब डॉलर वैल्यू के बराबर विदेशी करेंसी डॉलर को बेचा है जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में आरबीआई ने 153 बिलियन डॉलर का डॉलर बेचा था. रजनी सिन्हा के मुताबिक डॉलर की खरीद और बिक्री मूल्य के बीच बढ़ा हुआ अंतर और अधिक मात्रा में डॉलर बिक्री के कारण पूरे FY25 में आरबीआई को भारी मुनाफा हुआ है. इसके अलावा रुपये और विदेशी प्रतिभूतियों पर प्राप्त ब्याज से होने वाला इनकम भी ज्यादा डिविडेंड में योगदान देने वाला है.
कैसे होगा सरकार को फायदा ?
आरबीआई से मिलने वाले इस बंपर डिविडेंड से सरकार को बजट घाटे को कम करने में मदद मिलेगी साथ ही बजट में टैक्स कटौती से जो सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है उसे भी पूरा किया जा सकेगा. आरबीआई से मिलने वाले ज्यादा डिविडेंड के जरिए सरकार कल्याणकारी योजनाओं से लेकर आधारभूच ढांचे पर अपने खर्च को बढ़ा सकती है साथ ही बैंकिंग सिस्टम में नगदी की सप्लाई को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.