क्या EMI का बोझ और कम होगा, हर किसी की आरबीआई पर नजर
वित्त वर्ष 2026 के लिए आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा की। सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि क्या रेपो रेट में कमी होने जा रही है।;
Repo Rate News: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की वित्त वर्ष 2025-26 की पहली बैठक के नतीजे आज कुछ ही देर में सामने आने वाले हैं। इस बैठक में रेपो रेट को लेकर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है, जिसका सीधा असर आम जनता की लोन EMI पर पड़ेगा।
रेपो रेट में राहत की उम्मीद
बैंक ऑफ अमेरिका (BOFA) ग्लोबल रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार भी केंद्रीय बैंक रेपो रेट में कटौती कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट (0.25%) की कटौती संभव है। यदि ऐसा होता है, तो लोन की EMI सस्ती हो जाएगी, जबकि रेपो रेट में वृद्धि से EMI महंगी हो सकती है।
FY26 की पहली MPC बैठक
यह मौद्रिक नीति समिति की FY26 की पहली बैठक थी, जिसकी शुरुआत 7 अप्रैल को हुई थी और आज इसके फैसले सामने आने हैं। इस बैठक पर आम लोगों की नजरें टिकी हैं, खासकर तब जब हाल ही में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी से जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा है।
बैंक ऑफ अमेरिका का अनुमान
BOFA ग्लोबल रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, रिजर्व बैंक एक और बार रेपो रेट घटा सकता है। रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि यह कटौती लगातार दूसरी बार हो सकती है।अब सबकी नजरें आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा पर हैं, जो बैठक के नतीजों की घोषणा करेंगे और यह स्पष्ट करेंगे कि इस बार लोन धारकों को राहत मिलेगी या नहीं।
पिछली कटौती फरवरी में हुई थी
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में हुई पिछली MPC बैठक में 5 वर्षों बाद पहली बार रेपो रेट में कटौती की गई थी।RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती करते हुए इसे 6.5% से घटाकर 6.25% कर दिया था।इससे पहले मई 2020 में रेपो रेट में कटौती हुई थी, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर फिर से 6.5% तक ले जाया गया था।रेपो रेट में आखिरी बढ़ोतरी फरवरी 2023 में की गई थी।