बाजार में सुनामी के चलते निवेशकों के 20 लाख करोड़ खाक में, जानें क्या है अब इंवेस्टर्स को सलाह

बाजार में सुनामी के चलते निवेशकों के 20 लाख करोड़ खाक में, जानें क्या है अब इंवेस्टर्स को सलाह;

Update: 2025-04-07 07:18 GMT
Stock Market Crash

Stock Market Mayhem: भारतीय शेयर बाजार के लिए सोमवार का कारोबारी सत्र ब्लैक मंडे साबित हो रहा है. 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिसिप्रोकल टैरिफ के ऐलान होने के बाद बाजार में जारी गिरावट का सिलसिला इस हफ्ते भी जारी है . आज सोमवार एशियाई शेयर बाजारों के मिले संकेतों के चलते BSE sensex 3900 तो निफ्टी 1100 अंकों से ज्यादा गिर खुला है. 4 जून 2024 के बाद निफ्टी में ये सबसे बड़ी गिरावट आई है.

सेंसेक्स के सभी 30 और निफ्टी के सभी 50 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहा है. आज के ट्रेड में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेज गिरावट देखी जा रही है. बाजार में सबसे बड़ी गिरावट आईटी सेक्टर के शेयरों में देखा जा रहा है. एक झटके में निवेशकों के 20 लाख करोड़ रुपये खाक में मिल गए. बाजार में उतार चढ़ाव को दर्शाने वाला इंडिया Vix 57 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. फिलहाल सेंसेक्स 2926 अंकों की गिरावट के साथ 72,431 और एनएसई निफ्टी 940 अंक गिरकर 21956 अंकों पर ट्रेड कर रहा है.

540 शेयरों में लगा लोअर सर्किट

बाजार में गिरावट का अंदाजा इसी बात से लगाया सकता है कि BSE पर ट्रेड कर रहा है 3996 शहरों में 3511 गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है तो केवल 331 शेयरों में ही तेजी है. 154 शेयरों के भाव में कोई हदलाव हीं आया है. करीब 120 शेयर अपर सर्किट के साथ ट्रेड कर रहे हैं तो 540 शेयरों में लोअर सर्किट लगा हुआ है . आज की गिरावट में सबसे बड़ी मार आईटी स्टॉक्स पर पड़ी है. निफ्टी का आईटी इंडेक्स इस निफ्टी का आईटी इंडेक्स 1530 अंकों या 4.56 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. निफ्टी का एफएमसीजी इंडेक्स में करीब 1050 अंकों के साथ गिरकर ट्रेड कर रहा है. निफ्टी बैंक में भी करीब 1900 अंकों की गिरावट देखी जा रही है.

निवेशकों को धैर्य रखने की नसीहत

बाजार में आई इस गिरावट पर निवेशाय के स्मॉलकेस मैनेजर और फाउंडर, अर्जुन कोठारी ने कहा, "बाजार अभी टैरिफ और ग्लोबल अनिश्चितताओं को लेकर थोड़ा घबराया हुआ है, लेकिन ऐसा पहले भी हुआ है और हर बार जिन्होंने धैर्य रखा है, उन्हें फायदा हुआ है. घबराकर जल्दी फैसले लेना सही नहीं होता. हमें निवेश के बुनियादी सिद्धांतों पर टिके रहना चाहिए. हम निवेशकों से कहना चाहते हैं कि शांति बनाए रखें और जल्दीबाजी में कोई कदम न उठाएं. यह कहना मुश्किल है कि कौन सा सेक्टर सबसे पहले अच्छा करेगा, लेकिन एफएमसीजी (उपभोग से जुड़ा) और घरेलू सेक्टर निकट भविष्य में बेहतर दिख रहे हैं. जो सेक्टर विदेशी बाजारों पर ज्यादा निर्भर हैं, उन्हें उबरने में समय लग सकता है. ऐसे समय लंबे समय के लिए अच्छे बिजनेस में बने रहने का अच्छा मौका होता है."

फाइनेंशियल्स FMCG शेयरों में आएगी रिकवरी

GoalFi, स्मॉलकेस मैनेजर और फाउंडर एवं सीईओ, रॉबिन आर्य ने कहा कि, "इस साल टैरिफ फिर से चर्चा में है और इसका असर पूरी दुनिया के बाजारों पर दिख रहा है. अमेरिका ने टैरिफ 20–25% तक बढ़ा दिए हैं, जिससे आईटी शेयरों और निवेशकों की सोच पर असर पड़ा है. ऐसे बड़े बदलाव से बाजार में थोड़ी उथल-पुथल होती है, लेकिन अच्छी कंपनियों की असली ताकत नहीं बदलती है. उन्होंने कहा, हमें लगता है कि फाइनेंशियल्स, एफएमसीजी और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे घरेलू सेक्टर जल्दी रिकवर करेंगे क्योंकि ये ज्यादा विदेशी निर्भर नहीं हैं. इस तरह के उतार-चढ़ाव में डरने की बजाय, अपने निवेश की रणनीति पर टिके रहना चाहिए. "

Quantace Research के फाउंडर, कार्तिक जोनागडला के मुताबिक, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने 26% टैरिफ लगाया, तो इससे बाजार में घबराहट बढ़ी और आईटी शेयर सबसे ज्यादा गिरे. इससे साफ है कि निवेशक चिंतित हैं. अभी निफ्टी करीब 22,000 पर है, जो पहले के मुकाबले काफी ऊपर है. हमें लगता है कि प्राइवेट बैंक, एफएमसीजी, तेल कंपनियां और पेंट कंपनियां रिकवरी में आगे रहेंगी. आईटी सेक्टर थोड़ी देर से उभरेगा.

Tags:    

Similar News