अमेरिका और चीन के बीच हुआ ट्रेड डील, दोनों देशों के बीच टैरिफ घटाने को लेकर हुआ समझौता
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच 90 दिनों के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों को रोकने पर समझौता हुआ है और पारस्परिक टैरिफ में 115% की कटौती की जाएगी.;
US-China Tariffs Deal: अमेरिका और चीन के बीच चल रहा टैरिफ वॉर खत्म हो गया है. दोनों ही देशों के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ में भारी कटौती करने पर सहमति बन गई है. वाशिंगटन और बीजिंग ट्रेड वॉर को खत्म करना चाहते हैं जिसने पिछले दिनों वैश्विक अर्थव्यवस्था को बाधित कर दिया था और जिसके चलते दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट्स में उठापटक देखने को मिली. अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड समझौते से ग्लोबल मार्केट्स ने राहत की सांस ली है.
स्विट्जरलैंड के जिनेवा में दुनिया की दोनों सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने इस समझौते को लेकर साझा बयान जारी किया है. चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच 90 दिनों के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों को रोकने पर समझौता हुआ है और पारस्परिक टैरिफ में 115% की कटौती की जाएगी. साझा बयान के मुताबिक, 14 मई 2025 को अमेरिका चीनी गुड्स पर टैरिफ को 145 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी करेगा. जबकि चीन अमेरिका से आने वाले इंपोर्ट पर टैरिफ रेट को घटाकर 125 फीसदी से 10 फीसदी करेगा.
अमेरिका और चीन के बीच पिछले दो दिनों से टैरिफ को लेकर बात चल रही थी. अमेरिका और चीन ने एक दूसरे पर के भारी टैरिफ लगा दिया था जिसके चलते दोनों देशों के बीच ट्रेड में ठहराव आ गया था. अमेरिका ने चीन से आने वाले सामान पर 145% टैक्स लगा रखा था, और चीन ने भी जवाब में अमेरिका पर 125% टैक्स लगाया और कुछ खास खनिजों का निर्यात रोक दिया था. इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि वह चीन पर टैक्स 80% तक करने को तैयार हैं, और यह फैसला उन्होंने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट पर छोड़ दिया है. व्हाइट हाउस ने बाद में कहा कि चीन को भी अपनी तरफ से कुछ रियायतें देनी होंगी.
अमेरिका में महंगाई बढ़ रही है क्योंकि चीन से सामान कम आ रहा है और जो आ रहा है वह महंगा हो गया है. गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि महंगाई साल के अंत तक 4% तक पहुंच सकती है, जो सरकार के लिए चिंता की बात है.