बेंगलुरु में 16 साल की छात्र के साथ यौन शोषण के आरोप में बैडमिंटन कोच गिरफ्तार

पुलिस का दावा है कि इस घटना का खुअलसा उस समय हुआ जब पीड़ित छात्रा की दादी ने मोबाइल में अपनी पोती की अश्लील फोटो देखी.;

Update: 2025-04-06 14:09 GMT

Sexual Assault With Class Ten Student : बेंगलुरु से दसवीं कक्षा की एक छात्र के यौन शोषण का मामला सामने आया है। आरोप बैडमिंटन के कोच पर है, जो पीड़ित छात्र को एक्स्ट्रा क्लास देने के बहाने बुला कर उसे अपनी हवस का शिकार बना रहा था। इतना ही नहीं वो छात्रा को उसकी अश्लील फोटो भी भेजने के लिए मजबूर कर रहा था। इस मामले का खुलासा भी कुछ इसी वजह से हुआ, जिसके बाद पीड़ित छात्रा के परिजनों ने इस मामले में पुलिस से सम्पर्क किया। पुलिस ने आरोपी को पोक्सो व अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है।

दादी ने फ़ोन में पोती की अश्लील तस्वीर देखी तो हुआ खुलासा

बेंगलुरु में 16 वर्षीय छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में 30 वर्षीय बैडमिंटन कोच को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना तब प्रकाश में आई जब किशोरी की दादी ने उसके फोन पर बलात्कार पीड़िता की अश्लील तस्वीर देखी। पीड़िता अपनी कक्षा 10 की परीक्षा देने के बाद अपनी दादी से मिलने गई थी। पुलिस के अनुसार, उसने अपनी दादी के फोन से कोच को अपनी एक अश्लील तस्वीर भेजी। दादी ने तस्वीर देखी और किशोरी के माता-पिता को इसकी जानकारी दी। जब उसकी मां ने उससे पूछताछ की तो लड़की ने बताया कि कोच अतिरिक्त प्रशिक्षण सत्र देने के नाम पर उसके साथ निजी तौर पर संबंध बना रहा था। बेंगलुरु में अकेले रहने वाले कोच ने कथित तौर पर लड़की को कई बार अपने घर पर ले गया और इस दौरान उसने उसका यौन उत्पीड़न किया और उसे किसी से शिकायत न करने की चेतावनी दी। अपनी बेटी की कहानी से परेशान किशोरी के माता-पिता ने पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

कोच ने स्वीकारा अपराध

पुलिस का दावा है कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपी कोच ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में नाबालिगों के खिलाफ अपराध लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। अकेले वर्ष 2022 में POCSO एक्ट के तहत 47,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जो बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

जिस खेल केंद्र में पीड़िता प्रशिक्षण ले रही थी, वहां से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, अन्य प्रशिक्षुओं के माता-पिता में गहरा आक्रोश है। वे कोचिंग स्टाफ की पारदर्शिता, सुरक्षा व्यवस्था और भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा की मांग कर रहे हैं। कुछ अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया है कि संस्थान ने पहले भी कई बार शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया।

पुलिस का कहना है कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है और उसकी काउंसलिंग के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या आरोपी कोच के खिलाफ पहले से कोई शिकायत दर्ज थी।

जांच जारी है और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


Tags:    

Similar News