गुंजन के बाद अब गोपाल खेमका की हत्या, बिहार में कानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

BJP leader murder: खेमका जैसे ही अपने रामगुलाम चौक स्थित आवास पहुंचे, तभी पास से आए बाइक सवार हमलावर ने करीब से गोलियां चलाईं.;

Update: 2025-07-05 05:27 GMT

Gopal Khemka murder: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात एक चौंकाने वाली वारदात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और व्यवसायी गोपाल खेमका की अज्ञात बाइक सवार हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी. चौंकाने वाली बात यह है कि छह साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह की शैली में हत्या कर दी गई थी.

पुलिस के अनुसार, खेमका शुक्रवार रात करीब 11 बजे बैंकिपुर क्लब से लौटकर जैसे ही अपने रामगुलाम चौक स्थित आवास पहुंचे और वाहन से नीचे उतरे, तभी पास से आए बाइक सवार हमलावर ने करीब से गोलियां चलाईं. उन्हें फौरन एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पटना पुलिस ने बताया कि 9mm बोर की कई गोलियां चलाई गईं. मौके से हमलावर फरार हो गया. अब तक हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. पटना पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है.

बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने इस हत्याकांड की जांच में विशेष कार्यबल (STF) और अपराध जांच विभाग (CID) को भी लगाया है, ताकि अपराधी को जल्द पकड़ा जा सके.

बेटे गुंजन की भी हुई थी ऐसी ही हत्या

गुंजन खेमका, जो कि जीके कॉटन मिल के मालिक थे, की 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एस्टेट क्षेत्र में फैक्ट्री गेट के पास बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पिता-पुत्र की हत्या का तरीका और घटनाक्रम काफी हद तक मिलता-जुलता है.

पप्पू यादव ने सरकार पर साधा निशाना

पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने घटनास्थल का दौरा किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने X पर लिखा कि बिहार अपराधियों की शरणस्थली बन गया है! नीतीश जी, बिहार को बख्शिए।

पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने गुंजन खेमका की हत्या के समय सख्त कार्रवाई की होती तो गोपाल खेमका की जान बचाई जा सकती थी. सात साल पहले गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, मैं तब न्याय का भरोसा देने गया था. सरकार अगर अपराधियों की साझेदार न बनती और सख्त कार्रवाई करती तो आज गोपाल खेमका जीवित होते. Full View

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