पूर्व पायलट को 72 लाख रुपये का चूना, एलोन मस्क बन की गई ठगी
धोखेबाजों ने जनवरी से लेकर जून 2024 तक पायलट से पैसे ठगे. पहले तो पूर्व पायलट ने निवेश समझकर कुल 22 लेन-देन किए. लेकिन बाद उसे अहसास हुआ कि वह धोखा खा रहा है.;
Former pilot duped by fraudsters: एक 65 वर्षीय पूर्व पायलट को धोखेबाजों ने छह महीने के दौरान कुल 72 लाख रुपये की ठगी का शिकार बना लिया. इन धोखेबाजों ने खुद को टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलोन मस्क, उनकी मां माए मस्क और सहायक अन्ना शेरमैन के रूप में पेश किया और पायलट को यह विश्वास दिलाया कि वह टेस्ला और स्पेसएक्स के शेयरों में निवेश कर रहा है.
धोखाधड़ी का तरीका
धोखेबाजों ने जनवरी से लेकर जून 2024 तक पायलट से पैसे ठगे. पहले तो पूर्व पायलट ने निवेश समझकर कुल 22 लेन-देन किए. लेकिन बाद उसे यह अहसास हुआ कि वह धोखा खा रहा है. शिकायतकर्ता के मुताबिक, जनवरी 2024 में उसे 'MayeMuskXOfficials' और 'IamAnnaSherman' नामक दो खातों ने X (पूर्व में ट्विटर) पर फॉलो किया और उसने इनके साथ बातचीत शुरू की. पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि मैंने एलोन मस्क के काम की सराहना की तो शेरमैन ने कहा कि अगर मैं चाहूं तो वह मुझे मस्क से मिलवा सकती हैं, ताकि मैं उनकी कंपनियों स्पेसएक्स और टेस्ला में निवेश कर सकूं. उन्होंने मुझे मस्क का व्हाट्सएप नंबर दिया और कहा कि यह वही नंबर है.
पहली ठगी
धोखेबाजों ने पायलट को, जो अब मंगर में एक फार्म हाउस चला रहे हैं, 25 जनवरी 2024 को कोटक महिंद्रा बैंक के एक खाते में 2.9 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए राजी कर लिया. यह खाता बाजीराव हरिबा लोकांडे का था. जब पायलट ने भुगतान की स्वीकृति मांगी तो अन्ना शेरमैन ने उसे मैजेस भेजकर बताया कि उसका पैसा टेस्ला में निवेश किया गया है और उसे एक टेस्ला वाहन खरीदने के लिए और पैसे निवेश करने चाहिए.
ठगी की जानकारी
पायलट ने और पैसे निवेश किए और यह तब एहसास हुआ जब उसने 22 बैंक और पेपैल ट्रांसफर किए, जिनकी कुल राशि 72 लाख रुपये थी. तब उसे समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुका था. जून में एक और व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और खुद को दीपक चक्रवर्ती बताया. इस व्यक्ति ने दावा किया कि वह उस कंपनी का CEO है. जो पायलट के निवेशों को टेस्ला और स्पेसएक्स में संभाल रही थी. दीपक ने यह भी कहा कि पायलट की कमाई अब तक 78 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है. लेकिन उसे इस राशि को निकालने के लिए 7.3 लाख रुपये टैक्स के रूप में अदा करने होंगे.
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि मैंने टैक्स अदा करने से मना कर दिया और उनसे कहा कि वे टैक्स की रकम काटकर बाकी राशि मुझे ट्रांसफर कर दें. इस तरह से धोखाधड़ी की पूरी साजिश सामने आई और पायलट को अपनी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा गंवाना पड़ा.