दिवाली पर हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल वांछित गैंगस्टर वसीम मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
स्पेशल सेल ने सूचना के आधार पर ट्रैप लगा कर वासिम को गिरफ्तार करने का प्रयास किया लेकिन उसने पुलिस पर गोली चला दी, जवाब में पुलिस ने भी गोली चलायी, जिसकी वजह से वसीम घायल हो गया.;
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-12-16 17:56 GMT
Shootout at North East Delhi : दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई सिंडीकेट के कुख्यात बदमाश हाशिम बाबा और राशिद केबल वाला गैंग के सक्रीय शूटर को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम वासिम है, जिसके दोनों पैरों में गोली लगी है। वासिम दिवाली की रात फर्श बाज़ार इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल था। वहीँ दिल्ली पुलिस के एक एसआई अखिल चौधरी की बुलेट प्रूफ जैकेट में भी गोली लगी है, गनीमत थी कि एसआई ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी हुई थी नहीं तो मामला गंभीर बन सकता था। सबसे बड़ी बात ये है कि दो दिन पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एसटीएफ ने इसी दोहरे हत्याकांड में शामिल सोनू मटका को एनकाउंटर में मार गिराया था।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
स्पेशल सेल की ट्रांस यमुना रेंज के दीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि अपराधियों और कुख्यात गैंग्स की गतिविधियों पर नजर रखने और उन्हें पकड़ने लिए हमारी टीम सक्रीय तौर पर कार्यरत हैं। इसी क्रम में एसीपी कैलाश बिष्ट की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया और एसआई अखिल चौधरी आदि की टीम ने वासिम की लोकेशन का पता लगाया।
पुलिस को सूचना मिली कि वसीम ज्योति नगर क्षेत्र में अपराध को अंजाम देने की मंशा से हथियारों के साथ पहुंचने वाला है। टीम ने घेराबंदी की और उसे रोकने की कोशिश की। लेकिन वसीम ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलायी और उसे पकड़ लिया गया। इस दौरान एक गोली एसआई अखिल चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट से टकराई।
पूछताछ में खुलासा
पुलिस का दावा है कि पूछताछ में वसीम ने खुलासा किया कि वह और उसका भाई सलीम उर्फ टिल्लन राशिद केबल वाले के निर्देशों पर काम करते थे। राशिद ने वसीम को फर्श बाजार थाना इलाके में दिवाली की रात हुए दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कहा था। हत्या के बाद, वसीम ने अपने गिरोह के अन्य सदस्यों को पैसा भी दिया था।
आपराधिक इतिहास:
वसीम का जन्म 1989 में वेलकम, दिल्ली में हुआ था। उसने 10वीं तक पढ़ाई की और जींस बनाने का व्यवसाय शुरू किया। लेकिन अपराध की दुनिया में कदम रखते हुए वह 2009 में पहली बार चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ। 2017 में उसे हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जेल में रहते हुए वह अन्य कुख्यात अपराधियों के संपर्क में आया और हाशिम बाबा गिरोह से जुड़ गया।
वसीम के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और उसका भाई सलीम भी MACOCA के तहत आरोपी है।
स्पेशल सेल का बयान:
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक का कहना है कि इस कार्रवाई से हाशिम बाबा गिरोह को बड़ा झटका लगा है। वसीम की गिरफ्तारी से गैंग के ऑपरेशन्स पर कहीं न कहीं कुछ अंकुश जरुर लगेगा।
बरामदगी:
एक अत्याधुनिक पिस्तौल
चार जिंदा कारतूस
एक चोरी की मोटरसाइकिल
पुलिस ने वसीम के खिलाफ आर्म्स एक्ट, पुलिस अधिकारी की जान लेने की कोशिश और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।