राजा रघुवंशी मर्डर, पत्नी के इशारे पर हुआ कत्ल, 3 हत्यारे, 1 प्रेमी और अब नया राज
इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की मेघालय में हत्या के मामले में पत्नी सोनम और संजय वर्मा के बीच कॉल डिटेल्स से नया रहस्य सामने आया है।;
मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स में हनीमून पर गए 29 वर्षीय इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जांच के दौरान एक नया नाम सामने आया है। पुलिस जांच में संजय वर्मा नामक व्यक्ति की पहचान हुई है, जो अब तक जांच के दायरे से बाहर था। कॉल डेटा रिकॉर्ड्स के मुताबिक, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और संजय वर्मा के बीच शादी से पहले और बाद में लगातार संपर्क बना रहा। 1 मार्च से 25 मार्च के बीच दोनों के बीच कुल 119 कॉल्स का आदान-प्रदान हुआ। फिलहाल संजय का मोबाइल नंबर बंद है।
हत्या की पूरी घटनाक्रम
11 मई: राजा और सोनम की शादी इंदौर में हुई।
21 मई: दोनों मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग पहुंचे और बालाजी गेस्ट हाउस में रुके।
22 मई: शिलॉन्ग के कीटिंग रोड से एक स्कूटी किराए पर ली गई और दंपति सोहरा (चेरापूंजी) की ओर निकले।
23 मई: स्थानीय गाइड ने राजा और सोनम को नॉंग्रियाट गांव के पास ट्रेकिंग करते हुए देखा — राजा की आखिरी बार जीवित देखे जाने की पुष्टि।
24 मई: स्कूटी सोहरारिम क्षेत्र में लावारिस मिली।
2 जून: राजा का सड़ा-गला शव वाई सौदोंग झरने के पास गहरे खड्ड में मिला।
7-8 जून: हत्याकांड में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी शुरू हुई। सोनम ने बाद में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया।
सीन रीक्रिएशन और अपराध का खुलासा
पुलिस के अनुसार, राजा की हत्या एक योजनाबद्ध साजिश थी। आरोप है कि सोनम की मौजूदगी में राजा पर पहले "डाओ" (स्थानीय खुखरी जैसे हथियार) से हमला किया गया। हमलावर विशाल सिंह चौहान था, जो तीन सुपारी किलर्स में से एक था। राजा के चिल्लाने और खून बहाने पर सोनम मौके से भाग गई और तब लौटी जब राजा की मृत्यु हो चुकी थी।
तीनों हमलावर विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाहा ने भर्ती किया था। राज, इंदौर में सोनम के परिवार के प्लाईवुड बिजनेस में अकाउंटेंट था और उम्र महज 20 साल है।पुलिस का दावा है कि सोनम न सिर्फ साजिश की मास्टरमाइंड थी, बल्कि उसने हमले की शुरुआत का संकेत भी दिया और बाद में शव को छुपाने में मदद की।
हत्या की जगह और पूर्व योजना
हत्या वाई सौदोंग फॉल्स के पास एक सुनसान इलाके में की गई, जिसे इसीलिए चुना गया क्योंकि वहां कोई गवाह नहीं था और वह इलाका बेहद दुर्गम था। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों में से कोई भी पहले उस स्थान पर नहीं गया था।विशेष जांच दल (SIT) ने जब क्राइम सीन रीक्रिएट किया तो सभी पांचों आरोपियों को सोहरा और नॉंग्रियाट गांवों में घटनास्थल पर ले जाया गया।
जांच के दौरान खड्ड से दूसरा डाओ भी बरामद किया गया जहां राजा का शव मिला था। इसी स्थान से एक सफेद शर्ट भी मिली है जो आकाश राजपूत की बताई जा रही है और हत्या के समय वह पहने हुए था।यह मामला न सिर्फ एक सुनियोजित हत्या की कहानी बयां करता है, बल्कि एक विवाह, विश्वासघात और क्रूरता के भयावह संगम को उजागर करता है, जिसने पूरे देश को चौंका दिया है।