साइबर ठगी का पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने, बिहार के सीमांचल में फैला है नेटवर्क

बिहार के कटिहार जिले से गिरफ्तार हुए एक कपल ने ये चौकाने वाला दावा किया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में बैठे सुपर ठगों ने बिहार खासतौर से सीमांचल के हिस्से में अपना नेटवर्क इस कदर फैला लिया है

Update: 2024-06-26 11:56 GMT

Cyber Fraud: देश में हो रही साइबर ठगी में अब पाकिस्तान कनेक्शन भी जुड़ गया है. बिहार के कटिहार जिले से गिरफ्तार हुए एक कपल ने ये चौकाने वाला दावा किया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में बैठे सुपर ठगों ने बिहार खासतौर से सीमांचल के हिस्से में अपना नेटवर्क इस कदर फैला लिया है कि वो पाकिस्तान में रह कर ठगी को अंजाम देते हैं और फिर यहाँ मौजूद अपने गुर्गों से ठगी की रकम मंगवाते हैं. बदले में एक गुर्गे को 10 प्रतिशत का कमीशन दिया जाता है.


क्या है मामला

पिछले दिनों बिहार के कटिहार जिले में सीएसपी केंद्र खोलने के नाम पर कई लोगों से साथ साइबर ठगी की गयी. मामले की जाँच कटिहार जिले के साइबर थाने को सौंपी गयी. पुलिस ने काफी जाँच की, जिसके बाद ये पता चला की ठगी की रकम कुछ बैंक अकाउंट में जमा करायी गयी है. इसके बाद पुलिस ने उन बैंक एकाउंट्स की डिटेल निकलवाई. ज्यादातर बैंक अकाउंट में दो जानकारी दी गयी थी, वो गलत थी. पुलिस ने इस दौरान एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया, जिनके बैंक खातों में ठगी की रकम जमा की गयी थी. इनकी पहचान नेस्ताक आलम और ईशा कुमारी के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से अलग-अलग बैंकों के 16 एटीएम कार्ड, 8 हज़ार रुपये कैश, 6 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, सोने और चांदी के आभूषण बरामद किये गए हैं.

खुलासे के बाद पुलिस के उड़ गए होश

पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान निस्ताक आलम ने खुलासा किया कि इस साइबर ठगी का कनेक्शन पाकिस्तान से है. ठगी का सारा ऑपरेशनल अड्डा पाकिस्तान में ही है. कटिहार साइबर के डीएसपी सद्दाम हुसैन के अनुसार कटिहार साइबर थाना पुलिस जांच करते हुए निस्ताक और ईशा तक पहुंची है. शुरूआती पूछताछ में ये खुलासा हुआ है कि ठगी का ये धंधा पिछले कई महीनो से चल रहा था. इस पूरे रैकेट का रिमोट कंट्रोल पाकिस्तान में बैठे इस ठगी के मास्टरमाइंड के पास है. उन लोगों ने यहाँ अपना नेटवर्क तैयार करते हुए कई लोगों को अपने साथ जोड़ लिया है.

पाकिस्तानी इन लोगों का करते हैं बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए इस्तेमाल, ठगी की रकम करायी जाती है जमा

पुलिस का कहना है कि पूछताछ में जो खुलासा हुआ है, वो ये है कि ठगी के तरीके और ठगी सब पाकिस्तान में बैठे लोग ही करते हैं. उन लोगों ने बिहार के सीमांचल में अपना एक नेटवर्क खड़ा कर लिया है, जो इनके लिए ठगी की रकम अपने बैंक खातों में जमा करवाते हैं. असल में ठगी के दौरान पीड़ितों को बैंक अकाउंट नम्बर दिए जाते हैं, ताकि वो रकम बैंक में जमा कर सके. जैसे ही रकम बैंक खातों में आती है, जिन लोगों( ठगों के गुर्गे) के अकाउंट में पैसे आते हैं, वो तुरंत उसे निकाल कर हवाला आदि के जरिये पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं तक पहुंचा देते हैं. उसके बाद इन लोगों को कमीशन के तौर पर कुल रकम जो बैंक अकाउंट में जमा होती है, उसका 10 प्रतिशत हिस्से के तौर पर इन लोगों तक पहुंचा दी जाती है.

आईबी एनआईए के साथ साझा की जाएगी जानकारी

कटिहार साइबर के डीएसपी सद्दाम हुसैन ने ये कहा कि पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद ये मामला बेहद संवेदनशील हो गया है. इसलिए इस मामले की जानकारी देश की बड़ी एजेंसी जैसे आईबी और एनआईए के साथ साझा की जाएगी ताकि आगे की जाँच को विस्तार से किया जा सके.

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