तमिलनाडु से लश्कर आतंकी गिरफ्तार, एनआईए ने संभाली जांच
NIA ने बिहार के अखलतुर मोहम्मद को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है. वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संदिग्ध है और योगी आदित्यनाथ की हत्या की साजिश रच रहा था.;
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. गिरफ्तार युवक की पहचान बिहार के कटिहार जिले के बरारी गांव निवासी अखलतुर मोहम्मद (22) के रूप में हुई है. वह तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में एक निर्माण स्थल पर दिहाड़ी मजदूर पेंटर के तौर पर काम कर रहा था. उसे राज्य की एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने 26 अप्रैल को खुफिया ब्यूरो (IB) की सूचना पर गिरफ्तार किया था. आरोप है कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था.
हथियार खरीदने की तैयारी
NIA अधिकारियों के अनुसार, अखलतुर समाचारों को लगातार फॉलो करता था और व्हाट्सएप सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए चरमपंथी तत्वों के संपर्क में आया. आईटीआई (ITI) कोर्स पूरा करने के बाद उसने हथियार खरीदने की योजना बनाई. लेकिन गांव में रोजगार के अवसर न मिलने पर वह काम की तलाश में तमिलनाडु चला आया. उसका मानना था कि यहां उसे स्थायी काम और बेहतर मजदूरी मिलेगी.
NIA की रिपोर्ट के मुताबिक, वह अपने दैनिक मजदूरी से करीब 40% हिस्सा बचाकर हथियार खरीदने की योजना बना रहा था. उसका मुख्य उद्देश्य धन इकट्ठा करना और अंततः योगी आदित्यनाथ की हत्या करना था. प्रारंभिक पूछताछ में अखलतुर ने कबूल किया कि तमिलनाडु में उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया, बल्कि यहां सिर्फ पैसे कमाकर गुप्त रूप से हथियार जुटाने का लक्ष्य था.
पीओके जाने की कोशिश
NIA रिकॉर्ड में यह भी सामने आया है कि अखलतुर ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) जाने और लश्कर-ए-तैयबा नेटवर्क के तहत हथियारों की ट्रेनिंग लेने की कोशिश की थी. हथियार और गोला-बारूद खरीदने के लिए उसे 50,000 से 60,000 रुपये की जरूरत थी.
जांच से यह भी पता चला है कि वह पिछले 5-6 वर्षों से सीमापार बैठे लश्कर-ए-तैयबा के भर्तीकर्ताओं और हैंडलरों के संपर्क में था. साइबर-फोरेंसिक जांच में खुलासा हुआ कि उसके मोबाइल फोन के जरिए उसे लगातार नकारात्मक प्रचार, बम धमाकों के वीडियो और अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचार की फर्जी खबरें भेजी जाती थीं.
भ्रामक प्रचार से भड़का
अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में उसे यह खबर भेजी गई कि उत्तर प्रदेश में होली के दौरान मस्जिदों को तिरपाल से ढका जा रहा है. इस तरह की खबरों ने उसके भीतर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति हिंसक इरादे को और उकसाया. इसके अलावा, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और अन्य देशों में हुई घटनाओं को भारत में हुई बताकर उसे गुमराह किया गया.
आईएस सामग्री भी बरामद
जांच एजेंसी ने अखलतुर के पास से इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े दस्तावेज और सामग्री भी बरामद की है. अब उसके बिहार और तमिलनाडु में स्थानीय संपर्कों की जांच की जा रही है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या उसने फंडिंग के लिए क्रिप्टोकरेंसी चैनलों का इस्तेमाल किया था.
NIA की चिंता
वरिष्ठ अधिकारियों ने चिंता जताई है कि किस तरह झूठी और भ्रामक जानकारी से युवा आसानी से भटक जाते हैं. “हमें यह देखकर झटका लगा कि कुछ एडिटेड और भ्रामक सूचनाएं ही एक युवक को अपने देश के खिलाफ खड़ा करने के लिए काफी थीं,” एक अधिकारी ने कहा.
फिलहाल अखलतुर को पांच दिन की NIA हिरासत में भेजा गया है और उससे उसके विदेशी हैंडलरों और स्थानीय नेटवर्क के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है.