माननीय या गुंडे, हरिद्वार में क्यों भिड़ गए प्रणव सिंह-उमेश कुमार
Haridwar Crime: हरिद्वार जिले में खानपुर विधानसभा हमेशा से चर्चा में रही है। वजह मौजूदा विधायक उमेश कुमार और पूर्व बीजेपी एमएलए प्रणव सिंह चैंपियन के बीच तनातनी है।;
Pranav Singh Champion Vs Umesh Kumar: उत्तराखंड की यह सियासी अदावत नई नहीं है। अदावत के केंद्र में हरिद्वार के खानपुर से मौजूदा विधायक उमेश कुमार तो दूसरी तरफ पूर्व विधायक और बीजेपी नेता प्रणव सिंह चैंपियन हैं। वैसे तो दोनों के बीच रंजिश का अपना इतिहास है। लेकिन 2022 के विधानसभा नतीजों के बाद यह और अधिक बढ़ गई। 2022 के चुनाव में उमेश कुमार ने प्रणव सिंह चैंपियन को हरा दिया था और उसके बाद सोशल मीडिया पर तल्खी का ऐसा दौर शुरू हुआ कि बात फायरिंग तक जा पहुंची।
प्रणव सिंह पर पहले हमले का आरोप
हरिद्वार पुलिस के मुताबिक उमेश कुमार के दफ्तर पर प्रणव सिंह चैंपियन और उनके समर्थकों ने पहले फायरिंग की। फिर उसके बाद गुस्से तमतमाए उमेश कुमार हाथ में पिस्टल लेकर प्रणव सिंह से बदला लेने के लिए निकल पड़े। उनके समर्थकों और पुलिस ने जैसे तैसे रोका।इस मामले में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की गिरफ्तारी देहरादून से हुई और इस समय हरिद्वार पुलिस (Haridwar Police) के कब्जे में हैं।
सफाई में उतरीं प्रणव सिंह की पत्नी
गिरफ्तारी के बाद जैसे सियासी चेहरे बयान देते हैं वैसे ही प्रणव सिंह ने कहा कि उन्हें फंसाया गया है। वहीं इस मामले में सोमवार यानी 27 जनवरी को खानपुर से एमएलए उमेश कुमार की भी गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में प्रणव सिंह की पत्नी का कहना है कि झगड़े की शुरुआत उमेश कुमार ने की थी। पुलिस ने उनकी मदद नहीं की। इन सबके बीच हरिद्वार के एसएसपी ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए हमने संज्ञान लिया है। कानून व्यवस्था किसी को भी हाथ में नहीं लेने देंगे।इन सबके बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह का कृत्य शोभा नहीं देता। वारदात को अंजाम मौजूदा या पूर्व विधायक दें स्वीकार नहीं किया जा सकता। सीएम साहब ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से नाता
प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Singh Champion) का विवादों से गहरा नाता रहा है। 2019 में उत्तराखंड के लिए अमर्यादित टिप्पणी पर उन्हें बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि बाद में निष्कासन बहाल किया और 2022 के चुनाव में टिकट दिया था। प्रणव सिंह चैंपियन ने खुद अपने फेसबुक पेज पर वीडियो को शेयर कर बताया कि कैसे वो खानपुर से मौजूदा विधायक के दफ्तर पहुंचे। वीडियो में गोलियों के चलने की आवाज और गालीगलौज को सुना जा सकता है।
बताया जाता है कि सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद उमेश कुमार लंढोर स्थित प्रणव सिंह के घर पहुंचे थे। लेकिन जब वो नहीं मिले तो वापस लौट गए। उसके बाद चैंपियन रविवार को उमेश कुमार के घर पहुंचे। उस समय उमेश कुमार (Umesh Kumar Khanpur MLA) घर पर नहीं थे। लिहाजा वो वापस चले गए और बाद में उमेश कुमार के दफ्तर पर फायरिंग की।