होलसेल महंगाई दर घटकर आ गई 2% पर, मार्च के लिए आज खुदरा महंगाई दर के डेटा होगा घोषित
थोक मुल्य आधारित महंगाई दर घटकर 2 फीसदी के करीब आ गई है. खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी के चलते महंगाई से राहत मिली है.;
India Inflation Data: खाने-पीने की वस्तुओं के थोक कीमतों में गिरावट से चलते मार्च महीने में होलसेल महंगाई में गिरावट आई है. थोक आधारित महंगाई दर मार्च महीने में घटकर 2.05 फीसदी पर आ गया है जो कि फरवरी 2025 में 2.38 फीसदी रहा था. आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने में खाद्य महंगाई दर भी कमी आई है और ये 5.94 फीसदी से घटकर 4.66 फीसदी पर आ गया है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने होलसेल महंगाई दर का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक होलसेल महंगाई रेट मार्च महीने में घटकर 2.05 फीसदी पर आ गई है. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी की रफ्तार के धीमे पड़ने के चलते होलसेल महंगाई दर में गिरावट आई है. हालांकि डेटा के मुताबिक WPI फ्यूल और WPI मैन्युफैक्चरिंग के होलसेल महंगाई में बढ़ोतरी आई है. WPI फ्यूल मार्च में बढ़कर 0.20 फीसदी पर आ गया है जो फरवरी में - 0.71 फीसदी रही थी. मैन्युफैक्चरिंग WPI बढ़कर 2.86 से 3.07 फीसदी हो गई है. कोर महंगाई में बढ़ोतरी आई है और ये 1.30 फीसदी से बढ़कर 1.50 फीसदी पर जा पहुंची है.
मार्च महीने में प्याज की महंगाई दर 26.65 फीसदी रही है जबकि फलो की होलसेल महंगाई दर 20.78 फीसदी रही है. गेहूं की महंगाई दर 7.96 फीसदी रही है. आलू की महंगाई दर - 6.77 फीसदी, सब्जियों की -15.88 फीसदी, और दाल की महंगाई दर घटकर - 2.98 फीसदी रही है. साफ है खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी का असर थोक आधारित महंगाई दर पर देखने को मिल रहा है.
आज मार्च 2025 के लिए खुदरा महंगाई दर के भी आंकड़े जारी किए जायेंगे. फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड 4 फीसदी से नहीं घटकर 3.61 फीसदी रही थी. खाद्य महंगाई दर में तेज कमी के चलते चलचे खुदरा महंगाई दर में भी गिरावट आई थी. बेहतर खरीफ फसलों के उत्पादन और बाजार में साग-सब्जियों की आवक के बढ़ने के चलते महंगाई में कमी आ रही है.