प्रेरणा की मिसाल हैं IAS सुरभि गौतम, जिन्होंने 21 साल की उम्र में पास की UPSC की परीक्षा
IAS सुरभि गौतम ने सिर्फ UPSC में ऑल इंडिया रैंक 50 हासिल नहीं की, बल्कि GATE, BARC, ISRO, SAIL और IES जैसी कठिन परीक्षाएं भी पहली कोशिश में पास कर दिखाया.;
सुरभि मध्य प्रदेश के सतना जिले के अमदरा गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता मैहर की सिविल कोर्ट में वकील हैं और माँ गांव के हाई स्कूल में शिक्षिका हैं. उन्होंने गांव के हिंदी मीडियम स्कूल से पढ़ाई की. शुरुआत में अंग्रेज़ी एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि स्कूल की किताबें भी समय पर नहीं मिलती थीं। लेकिन सुरभि ने हार नहीं मानी.
जब सुरभि 10वीं कक्षा में थीं तभी उन्होंने ठान लिया था कि उन्हें IAS बनना है. उन्होंने उसी समय से तैयारी शुरू कर दी थी. स्कूल के बाद उन्होंने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उन्होंने अंग्रेज़ी पर भी मेहनत की और यूनिवर्सिटी टॉप करते हुए गोल्ड मेडल भी जीता. इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने BARC (भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर) में न्यूक्लियर साइंटिस्ट के रूप में 1 साल तक काम किया. इसके बाद उन्होंने कई बड़ी परीक्षाएं दीं—जैसे GATE, ISRO, MPPSC, SAIL, FCI, दिल्ली पुलिस और UPSC। खास बात ये रही कि उन्होंने हर परीक्षा पहली कोशिश में पास की.
UPSC और IES में शानदार प्रदर्शन
IES परीक्षा 2013 में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की. UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2016 में ऑल इंडिया रैंक 50 पाकर वो भारत की सबसे कम उम्र की IAS अफसरों में से एक बनीं. सुरभि ने किसी भी परीक्षा के लिए कोचिंग या ट्यूशन नहीं लिया. उन्होंने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर ये सब हासिल किया. उनकी कहानी ये सिखाती है कि अगर इरादे पक्के हों, तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है.
सीख जो हर छात्र को जाननी चाहिए
सपना वो नहीं जो नींद में आए, सपना वो है जो सोने न दे. गांव और हिंदी मीडियम से होने के बावजूद भी आप देश की सबसे कठिन परीक्षाएं पास कर सकते हैं. आत्मविश्वास, कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयास ही सफलता की असली कुंजी हैं. IAS सुरभि गौतम उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा हैं जो सोचते हैं कि बिना कोचिंग और बड़े शहर की सुविधा के कुछ नहीं हो सकता. उनकी कहानी बताती है—अगर आप चाहो, तो सब कुछ मुमकिन है.