IIT दिल्ली ने बनाई नई तकनीक, पुराने डेनिम से बनेंगे नए स्टाइलिश कपड़े
recycled clothing: शोधकर्ताओं का मानना है कि यह तकनीक फैशन उद्योग में क्रांति ला सकती है. इससे ना सिर्फ पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि आम लोगों को ऐसे कपड़े भी मिलेंगे, जो स्टाइलिश और आरामदायक दोनों होंगे.;
Textile Recycling India: भारत में हर साल लाखों टन पुराने कपड़े फेंक दिए जाते हैं, जिनमें से ज्यादातर लैंडफिल साइट यानी कि कचरे के ढेर में पहुंच जाते हैं. वहां ये धीरे-धीरे गलते हैं और इस प्रक्रिया में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं. इन पुराने कपड़ों से निकलने वाला कचरा जलवायु परिवर्तन में भी भूमिका निभाता है. हालांकि, अब IIT दिल्ली के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई तकनीक विकसित की है, जिससे पुराने डेनिम (जींस जैसे) कपड़ों को दोबारा नए, आरामदायक और फैशनेबल कपड़ों में बदला जा सकता है.
96% पुराने कपड़े नहीं होते रिसाइकल
एक रिसर्च के अनुसार, देश में हर साल करीब 39 लाख टन पुराने कपड़े फेंके जाते हैं. इनमें से केवल 4% ही रिसाइकल हो पाते हैं. बाकी कपड़े कचरे में दबा दिए जाते हैं, जिससे पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता है. पुराने कपड़ों को रिसाइकल करना आसान नहीं होता. क्योंकि उनके रंग और फाइबर अलग-अलग होते हैं. इसके अलावा पारंपरिक रिसाइकलिंग से फाइबर कमजोर हो जाते हैं, जिससे नए कपड़े अच्छे नहीं बन पाते.
IIT दिल्ली ने निकाला हल
IIT दिल्ली के टेक्सटाइल और फाइबर इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने एक ऐसी उन्नत तकनीक बनाई है, जिससे पुराने डेनिम कपड़े बिना गुणवत्ता खोए नए कपड़ों में बदले जा सकते हैं. इस तकनीक में तैयार किए गए धागों को सीमलेस होल गारमेंट तकनीक से बुना जाता है, जिसमें 25% से 75% तक रिसाइकल धागों का इस्तेमाल किया जा सकता है. शोध में यह भी पाया गया कि 50% रीसायकल धागों से बने कपड़े भी स्पर्श, आराम और गुणवत्ता में कम नहीं होते.
पर्यावरण पर होगा बड़ा असर
पानीपत के टेक्सटाइल रिसाइक्लिंग उद्योग के आंकड़ों के आधार पर पता चला कि इस तकनीक से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 30-40% की कमी आ सकती है. ओजोन परत को नुकसान 60% तक घटाया जा सकता है. कीटनाशकों, उर्वरकों और पानी की जरूरत भी कम होगी, क्योंकि कपास की खेती पर निर्भरता घटेगी.
फैशन इंडस्ट्री में बदलाव ला सकती है यह तकनीक
शोधकर्ताओं का मानना है कि यह तकनीक फैशन उद्योग में क्रांति ला सकती है. इससे ना सिर्फ पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि आम लोगों को ऐसे कपड़े भी मिलेंगे, जो स्टाइलिश और आरामदायक दोनों होंगे.