केंद्रीय विद्यालयों में घटता नामांकन, सरकार ने बताए आंकड़े
पिछले 5 सालों में केंद्रीय विद्यालयों में 2.86% नामांकन घटा. सरकार ने आंकड़े जारी किए और 85 नए KV खोलने की योजना बनाई है.;
पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय विद्यालयों (KVs) में छात्रों के नामांकन में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. एक समय था जब इन सरकारी स्कूलों में एडमिशन पाने के लिए भारी प्रतिस्पर्धा होती थी, लेकिन अब स्थिति बदल रही है. शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जारी ताज़ा आंकड़े इस गिरावट की पुष्टि करते हैं.
कितनी हुई गिरावट?
शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020-21 की तुलना में 2024-25 में लगभग 2.86% कम छात्रों ने एडमिशन लिया है.
2020-21 में कुल नामांकित छात्र: 13,87,763
2024-25 में कुल नामांकित छात्र: 13,50,518
पांच वर्षों में 37,245 छात्रों की कमी हुई है.
पिछले पांच सालों के आंकड़े
साल नए नामांकित छात्र कुल अध्ययनरत छात्र
2020-21 1,95,081 13,87,763
2021-22 1,82,846 14,29,434
2022-23 1,57,914 14,24,147
2023-24 1,75,386 13,89,560
2024-25 1,39,660 13,50,518
इन आंकड़ों से साफ है कि 2021-22 में एडमिशन का आंकड़ा सबसे ज्यादा था, जबकि इसके बाद गिरावट दर्ज हुई.
क्यों कम हो रही है केंद्रीय विद्यालयों की लोकप्रियता?
रिपोर्ट से यह संकेत मिलता है कि अभिभावकों की KV में दिलचस्पी कम हो रही है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
निजी स्कूलों की बढ़ती संख्या और आधुनिक सुविधाएं
शहरी क्षेत्रों में वैकल्पिक शिक्षा विकल्पों की उपलब्धता
शिक्षकों और संसाधनों की कमी
इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए सरकार को इन स्कूलों की गुणवत्ता, इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों की उपलब्धता पर जोर देना होगा.
फिर भी खुलेंगे नए KV स्कूल
गिरावट के बावजूद केंद्र सरकार ने दिसंबर 2024 में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी दी है. इनमें नागरिक और रक्षा क्षेत्रों के स्कूल शामिल होंगे. साथ ही, कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थित एक मौजूदा KV का विस्तार होगा और हर क्लास में दो नए सेक्शन जोड़े जाएंगे.
इन प्रोजेक्ट्स की अनुमानित लागत ₹5,872 करोड़ बताई गई है। सरकार का कहना है कि नए स्कूलों के प्रस्ताव भारत सरकार के मंत्रालयों, राज्य सरकारों या केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन से स्वीकार किए जाते हैं और यह प्रक्रिया सतत रूप से जारी रहेगी।