छोड़ी हाई-सैलरी जॉब- परिवार भी हुआ था नाराज, लेकिन UPSC में इतिहास रच IAS बनीं Priya Rani

प्रिय रानी ने 2023 की यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 69 हासिल की और उन्हें आईएएस कैडर के लिए चुना गया. उनकी ये सफलता कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है.;

Update: 2025-03-19 13:32 GMT

IAS प्रिय रानी की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों के लिए जोखिम उठाने का साहस रखते हैं. बिहार के छोटे से गांव कुर्कुरी (फुलवारी शरीफ) से आने वाली प्रिय रानी ने 2023 UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 69वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया.

शिक्षा और करियर की शुरुआत

प्रिय रानी को बचपन से पढ़ाई का शौक था, लेकिन गांव में लड़कियों की पढ़ाई का विरोध किया जाता था. उनके दादा जी ने उनका समर्थन किया और उन्हें पटना भेजा, जहाँ उन्होंने किराए के मकान में रहकर पढ़ाई की. उन्होंने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, रांची से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया. इसके बाद बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में ज्यादा सैलरी मिलने वाली वाली नौकरी भी मिली.

IAS बनने का सफर

प्रिय रानी ने सिविल सेवा में जाने का फैसला किया और अपनी नौकरी छोड़ दी, जिससे परिवार में नाराजगी हुई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और UPSC की तैयारी शुरू की. दूसरे प्रयास में भारतीय रक्षा सेवा (Indian Defense Service) में चयन हुआ और तीसरे प्रयास (UPSC 2023) में 69वीं रैंक के साथ IAS बनीं. प्रिय रानी हर दिन सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई करती थीं. साथ ही NCERT की किताबों और अखबारों का गहराई से अध्ययन किया करती थी. अनुशासन और निरंतर मेहनत पर पूरा ध्यान रखा था.

युवाओं के लिए संदेश

प्रिय रानी मानती हैं कि शिक्षा सबसे बड़ी संपत्ति है. वो युवाओं को अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने और निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा देती हैं. उनकी सफलता साबित करती है कि अगर आप अपने सपने के लिए संघर्ष करते हैं, तो दुनिया की कोई भी रुकावट आपको रोक नहीं सकती.

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