Mars Mission: 2026 तक बिना क्रू के मंगल लैंडिंग का दावा, क्या संभव है?
स्पेसएक्स ने 2026 तक बिना क्रू के मंगल लैंडिंग का लक्ष्य रखा है, लेकिन तकनीकी, तार्किक और राजनीतिक चुनौतियां इसकी संभावनाओं पर सवाल खड़े कर रही हैं।;
Mars Mission: स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क ने हाल ही में घोषणा की है कि कंपनी 2026 के अंत तक मंगल ग्रह पर एक बिना क्रू का मिशन भेजेगी। इस मिशन में टेस्ला का रोबोट 'Optimus' शामिल होगा, जो मंगल की सतह पर पहली बार कदम रखेगा।
मस्क के अनुसार, यदि यह सफल रहा, तो 2029 तक मानव मिशन भी संभव हो सकता है। लेकिन इस योजना में कई तकनीकी और वित्तीय चुनौतियां हैं, जिन पर विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं।
स्पेसएक्स की योजना और चुनौतियां
मार्स मिशन के लिए स्पेसएक्स अपने सुपर-हैवी लॉन्च व्हीकल स्टारशिप पर निर्भर है। यह स्पेसक्राफ्ट 5.5 करोड़ किलोमीटर का अंतरिक्ष सफर तय करेगा। हालांकि, सबसे बड़ी चुनौती इन-ऑर्बिट रीफ्यूलिंग की है। स्पेसएक्स को इसके लिए टैंकर स्पेसक्राफ्ट विकसित करने होंगे, जो अंतरिक्ष में ईंधन भरने की क्षमता रखते हों।
अमेरिकी कांग्रेस में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम देना बेहद कठिन होगा। नासा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी डेनियल डम्बेचर के अनुसार, "अभी तक इन-ऑर्बिट रीफ्यूलिंग का कोई सफल उदाहरण नहीं है, और स्पेसएक्स के पास इसे करने के लिए सिर्फ 20 महीने हैं।" यदि यह योजना विफल रही, तो अगला लॉन्च विंडो 2028 में आएगा, जिससे मिशन में देरी हो सकती है।
स्पेसएक्स की अब तक की प्रगति
स्पेसएक्स ने फाल्कन 9 और ड्रैगन कैप्सूल जैसी तकनीकों से अपनी क्षमता को साबित किया है। कंपनी की टेक्सास स्थित स्टारबेस फैसिलिटी तेजी से स्टारशिप के सेकंड स्टेज और रैप्टर इंजन का निर्माण कर रही है। एलन मस्क का कहना है कि वे रोज़ाना एक रैप्टर इंजन बना रहे हैं, जिससे प्रोडक्शन स्पीड तेज़ होगी।
हालांकि, स्टारशिप के टेस्ट लॉन्च असफल होते रहे हैं। एलन मस्क ने इन्हें "रैपिड अनस्केड्यूल्ड डिसअसेंबली" कहा, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिशन के लिए एक बड़ा झटका है।
मंगल पर लैंडिंग की योजना
स्पेसएक्स चाहता है कि स्टारशिप मंगल की सतह पर लैंड करे, लेकिन इसके लिए लैंडिंग गियर की जरूरत होगी, जो फिलहाल स्टारशिप में मौजूद नहीं है। कंपनी को मंगल की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग के लिए नई तकनीकों का विकास करना होगा।
NASA की चिंता और राजनीतिक विवाद
नासा के वरिष्ठ वैज्ञानिकों में चिंता है कि एलन मस्क की सरकारी भूमिका और स्पेसएक्स के निजी हितों के बीच टकराव हो सकता है। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मस्क अमेरिका के सरकारी विभाग "Department of Governmental Efficiency" (DOGE) के प्रमुख हैं, जो सरकारी खर्चों में कटौती की सिफारिश कर रहा है। इस वजह से नासा के कुछ विभाग बंद हो गए हैं, जिससे संदेह पैदा हुआ है कि यह बजट स्पेसएक्स के कॉन्ट्रैक्ट्स की ओर डायवर्ट किया जा सकता है।
स्पेसएक्स का मंगल मिशन तकनीकी, वित्तीय और राजनीतिक चुनौतियों से घिरा है। इन-ऑर्बिट रीफ्यूलिंग और सुरक्षित लैंडिंग जैसी अनसुलझी समस्याओं के बावजूद, एलन मस्क 2026 तक पहला मिशन भेजने को लेकर आश्वस्त हैं। अब देखना होगा कि क्या यह महत्वाकांक्षी योजना समय पर पूरी हो पाती है या नहीं।