Exit Poll 2024: यूपी में एनडीए की बल्ले बल्ले, एग्जिट पोल में एनडीए 400 के पार
केरल में फायदे में कांग्रेस, एनडीए को भी फायदा
केरल में कुल 20 सीट हैं. यहां पर एनडीए को 2 से तीन सीट का अनुमान है.कांग्रेस को 13 से 14 और एलडीएफ को 0 से 1 और यूडीएफ को चार सीट मिलने की उम्मीद है त्रिवेंद्रम में राजीव चंद्रशेखर और शशि थरूर के बीच मुकाबला कड़ा है. यह एग्जिट पोल एक्सिस माय इंडिया पर आधारित है.
कर्नाटक में बीजेपी-जेडीएस आगे
कर्नाटक में कुल 28 सीट हैं. यहां पर बीजेपी को 20 से 22 सीट, जेडीएस तीन और कांग्रेस के खाते में तीन सीट मिलती नजर आ रही है. एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार का जादू नहीं दिख रहा है
दक्षिण भारत में इंडी गठबंधन आगे
एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक तमिलनाडु में जो आंकड़े आए हैं वो बेहद दिलचस्प है. यहां पर एनडीए को 22 फीसद मत मिलते नजर आ रहे हैं जबकि 2019 में बीजेपी को 3.2 फीसद मत मिले थे. अगरह सीट की बात करें तो इंडिया गठबंधन बढ़त पर है. इंडिया गठबंधन को 33 से 37 सीट और बीजेपी को 2 से चार .सीट मिल सकती है. अन्य के खाते में 2 सीट जा रही है.
दक्षिण भारत में एनडीए का कैसा रहा है प्रदर्शन
अगर दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो एनडीए का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है. एग्जिट पोल भी वास्तविक नतीजों के करीब रहे हैं. बता दें कि दक्षिण के राज्यों में पहले से चौथे चरण में मतदान हुए थे.
'नतीजों से पहले जीत के दावे'
एग्जिट पोल के नतीजों के पहले ही एनडीए और इंडी गठबंधन के नेता अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. एनडीए का कहना है कि इंडी वाले मुगालते में ना रहे हैं. इस दफा वो फिर सरकार बनाने जा रहे हैं. वहीं इंडी का कहना है कि नतीजे तो आ चुके हैं अब बस ऐलान होना है.
क्या होता है ओपिनियन पोल
आम तौर पर लोग ओपिनियम पोल और एग्जिट पोल के फर्क को नहीं समझ पाते हैं. लेकिन इसमें फर्क होता है, ओपनियन पोल में चुनाव से पहले लोगों के मिजाज को समझा जाता है. जबकि एग्जिट पोल में लोगों से मतदान के बाद पूछा जाता है कि उन्होंने किसके पक्ष में वोट किया है.
थोड़ी देर में एग्जिट पोल
अगर पिछले एग्जिट पोल के नतीजों को देखें यह कई दफा सही और कई दफा गलत भी साबित हुए.यहां पर बता दें एग्जिट पोल मतदान की प्रक्रिया के खत्म होने के बाद वोटर्स से पूछा जाता है कि उसने किस दल या किस उम्मीदवार के समर्थन में मत दिया है. इस तरह से हजारों या लाखों की संख्या में सैंपल साइज ली जाती है. उस सैंपल साइज के अध्ययन के बाद नतीजे निकाले जाते हैं.
मतदान का महापर्व समाप्त
लोकतंत्र के महापर्व का एक चरण यानी मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. इस दफा 543 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान कराए गए थे. 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में मतदान कराया गया. अब लोगों को औपचारिक नतीजों का इंतजार है जो कि चार जून को आएगा. इन सबके बीच अब सबकी निगाह एग्जिट पोल के नतीजों पर टिकी है. एग्जिट पोल एग्जैक्ट पोल नहीं होते हैं लेकिन इससे एक तरह से अंदाजा लग जाता है.